
बीजेपी से निकाले जा चुके नवीन कुमार जिंदल की मुश्किलें कम होने के बजाय बढ़ती जा रही हैं. बुधवार को भिवंडी पुलिस ने उन्हें अपना बयान दर्ज करने के लिए थाने बुलाया था. लेकिन नवीन नहीं पहुंचे और उन्होंने पुलिस से एक महीने का अतिरिक्त समय मांगा. उनसे पहले जब नूपुर शर्मा को थाने बुलाया गया, उन्होंने भी चार हफ्ते का समय मांगा था.
अब किन कारणों से नवीन जिंदल पुलिस के सामने पेश नहीं हुए, ये अभी तक स्पष्ट नहीं है. जानकारी के लिए बता दें कि नुपूर शर्मा के विवादित बयान के बाद नवीन जिंदल ने भी सोशल मीडिया पर ट्वीट कर पैगंबर मोहम्मद को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणी कर दी थी. उन पर धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने का आरोप लगा था. उनके उसी ट्वीट के बाद बीजेपी ने उन्हें पार्टी से भी निष्कासित कर दिया. पार्टी शुरुआत से ही खुद को नूपुर और नवीन के बयान से अलग कर रही है. जोर देकर कहा जा रहा है कि ऐसी विचारधारा पार्टी की नहीं है.
इस पूरे विवाद की बात करें तो सबसे पहले नूपुर शर्मा ने एक लाइव डिबेट में पैगंबर को लेकर विवादित टिप्पणी कर दी थी. उस टिप्पणी के बाद देश में तो उनके खिलाफ प्रदर्शन हुए ही, दूसरे देशों ने भी मोर्चा खोल दिया. फिर जुमे की नमाज के दिन तीन जून को उत्तर प्रदेश के कानपुर में जमकर बवाल काटा गया. फिर कुछ दिन बाद प्रयागराज, सहारनपुर, मुरादाबाद जैसे इलाकों में भी खूब हिंसा हुई. पुलिस पर पथराव किया गया और आगजनी भी देखने को मिल गई. यूपी के अलावा तब रांची, हावड़ा में भी काफी हिंसा देखने को मिली थी. रांची में कर्फ्यू लगा था तो हावड़ा में इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई थीं. अभी हिंसा के खिलाफ यूपी में बुलडोजर कार्रवाई शुरू हो चुकी है तो दूसरे राज्यों में भी लगातार गिरफ्तारियां हो रही हैं.