
Navneet Rana Latest News: नवनीत राणा और रवि राणा की जमानत अर्जी पर आज सुनवाई हुई थी. कोर्ट द्वारा दोनों पक्षों की दलीलों को सुना गया और अब सोमवार को फैसला सुनाया जाएगा. पहले कहा जा रहा था कि कोर्ट आज ही जमानत पर फैसला देगा, लेकिन अब सोमवार को राणा दंपति की किस्मत तय होगी.
दोनों चुने हुए नेता, कहीं नहीं भागेंगे
राणा के वकील ने सुनवाई के दौरान कहा कि यह केस बिना बात का है. राणा दंपति चुने हुए नेता (सांसद और विधायक) हैं और कहीं नहीं भागेंगे, इसलिए उनकी आजादी उनसे नहीं छीनी जानी चाहिए.वकील ने कहा था कि पुलिस ने भी उनकी कस्टडी नहीं मांगी है, जिसकी वजह से वे अबतक न्यायिक हिरासत में हैं. दोनों की 8 साल की बेटी है. दोनों पर कुछ शर्तें लगाई जा सकती हैं लेकिन उनको आजाद किया जाना चाहिए.
इसके अलावा वकील द्वारा कई तरह के तर्क भी रखे गए. कहा गया कि राणा दंपति मातोश्री अकेले गए थे. उनके साथ कोई कार्यकर्ता भी नहीं था. हिंसा करने का कोई उदेश्य नहीं था. इसके बावजूद भी प्रदर्शन को सरकार के खिलाफ बता दिया गया. असल में विरोध प्रदर्शन तो सरकार के समर्थक कर रहे थे. यहां पर देशद्रोह जैसा कोई मामला नहीं बनता.
लेकिन सरकार के वकील इस आधार पर इस याचिका का विरोध कर रहे हैं कि राणा दंपति ने पुलिस के आदेशों का ही पालन नहीं किया था. उन्हे पहले ही ये जानकारी दे दी गई थी कि उनके मातोश्री जाने से कानून व्यवस्था बिगड़ सकती है. अब अगर कोई नियमों को मानने वाला शख्स होता तो वो अपना फैसला बदल देता. लेकिन इन लोगों ने संविधान में दिए अधिकारों का गलत इस्तेमाल किया, सीमाओं को लांघा गया.
सरकार के वकील सिर्फ यही पर नहीं रुके. उनके मुताबिक देश में इस समय हिंदू कार्ड का काफी इस्तेमाल हो रहा है. आरोपियों को भी लगा कि हिंदू कार्ड का इस्तेमाल कर महाराष्ट्र सरकार को फंसाया जा सकता है. लेकिन सरकार किसी एक धर्म के लिए काम नहीं करती है.
इसलिए राणा दंपति को हुई जेल
नवनीत राणा लाउडस्पीकर विवाद के बीच राणा दंपति ने उद्धव ठाकरे के घर 'मातोश्री' के बाहर हनुमान चालीसा पढ़ने का ऐलान किया था. इसके बाद शुक्रवार सुबह से ही उनके घर के बाहर शिवसैनिक भारी संख्या में जुट गए. उन्होंने दिनभर राणे दंपति के घर के बाहर हंगामा किया. शिवसैनिकों ने राणे दंपति पर धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने का केस दर्ज करवा दिया था. इसके बाद पुलिस ने आईपीसी की धारा 153 ए (धर्म, जाति या भाषा के आधार पर 2 समूहों के बीच दुश्मनी को बढ़ावा देने के लिए) के तहत राणा दम्पति को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था.