
महाराष्ट्र के रत्नागिरी में तिवारे डैम टूटने से एक बड़ा हादसा सामने आया था. जिसमें 19 लोगों के शव अभी तक बरामद किए जा चुके हैं. वहीं एनडीआरएफ की टीम ने सर्च ऑफरेशन फिर से शुरू कर दिया है. इस हादसे में 9 लोग अभी भी लापता बताए जा रहे हैं.
कल शाम 7 बजे ऑपरेशन बंद कर दिया गया था. जिसके बाज आज शनिवार सुबह 7 बजे से एनडीआरएफ की टीम ने दोबारा सर्च ऑपरेशन शुरू किया है.
बता दें कि इस हफ्ते मंगलवार को देर रात तिवारे डैम टूट गया था. इस कारण 12 मकान पानी में पह गए थे और 7 गांवों में बाढ़ जैसे हालत पैदा हो गए थे. महाराष्ट्र सरकार ने डैम टूटने की घटना की जांच के लिए एसआईटी का गठन किया है.
वहीं महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस घटना की उच्चस्तरीय जांच का आदेश दे चुके हैं. साथ ही राज्य के जल संसाधन मंत्री गिरीश महाजन ने घटनास्थल का दौरा किया. उन्होंने बांध की मरम्मत और हादसे में घर गंवाने वाले ग्रामीणों को घर देने में तेजी से काम करने का भरोसा दिलाया.
केकड़े की वजह से हादसा!
वहीं महाराष्ट्र सरकार में मंत्री तानाजी सावंत ने रत्नागिरी में तिवारे डैम टूटने के पीछे अजीब तर्क दिया है. जल संसाधन मंत्री तानाजी सावंत ने कहा है कि रत्नागिरी जिले में स्थित तिवारे डैम टूटने की वजह बांध में पाए जाने वाले केकड़े हैं. शिवसेना विधायक तानाजी सावंत 16 जून को महाराष्ट्र मंत्रिमंडल में शामिल हुए हैं.
तानाजी सावंत ने कहा कि इस डैम में बड़ी संख्या में केकड़े पाए जाते हैं, जिन्होंने डैम की दीवार में छेद कर दिया, इससे पानी का लीकेज हुआ और इसी के कारण बांध की दीवार टूट गई. बता दें कि 2-3 जुलाई की रात को महाराष्ट्र के रत्नागिरी जिले में स्थित तिवारे डैम टूट गया था. इसकी चपेट में आकर कई लोग बह गए.