
भगोड़े हीरा कारोबारी नीरव मोदी के आलीशान बंगले को गिराने की कार्रवाई शुरू हो गई है. महाराष्ट्र के रायगढ़ जिले में अलीबाग बीच के पास करीब 20 हजार वर्गफुट में बना यह बंगला अवैध है. पर्यावरण नियमों को ताक पर रखकर बनाए गए इस बंगले तोड़ने के लिए सब डिविजनल अधिकारी शरद पवार पहुंच गए हैं. अधिकारियों का कहना है कि इस बंगले को तोड़ने में कई दिन लग सकते हैं.
नीरव मोदी पर 13 हजार करोड़ रुपए के पीएनबी घोटाले का आरोप है. वह अपने इस बंगले में पार्टियां करता था. हाल में ही वर्तमान जिला मजिस्ट्रेट विजय सूर्यवंशी ने इस बंगले को अवैध करार दिया था. इससे पहले तत्कालीन जिला मजिस्ट्रेट एसओ सोनेवाणे ने इसे वैध करार दिया था. वर्तमान जिला मजिस्ट्रेट के द्वारा बंगले को अवैध करार दिए जाने के बाद अब इसे जमींदोज करने की कार्रवाई शुरू की गई है. इससे पहले ईडी ने बंगले से कई मूल्यवान चीजों को निकालकर उसे कलेक्टर ऑफिस में जमा करा दिया है.
ईडी ने एक महीने पहले दी थी अनुमति
बता दें, भगोड़े नीरव मोदी से जुड़े केस की जांच ईडी कर रहा है, इसलिए बंगले को गिराने से पहले जिला प्रशासन ने ईडी से अनुमति मांगी. ईडी ने बंगले का निरीक्षण करने और मूल्यवान चीजों को निकालने के बाद करीब एक महीने पहले रायगढ़ जिला प्रशासन को बंगले को गिराने की अनुमित दी थी. इसके बाद पर्यावरण मंत्री रामदास कदम ने रायगढ़ के कलेक्टर विजय सूर्यवंशी के साथ बैठक की थी. इस बैठक में बंगले को गिराने का आदेश दिया गया था.
हाईकोर्ट के आदेश के बाद हो रही है कार्रवाई
ईडी के मुताबिक, रायगढ़ प्रशासन को इस बंगले के निर्माण में कमियां मिली थीं. हाई कोर्ट का आदेश है कि सरकार उन सभी बंगलों को गिराए जो पर्यावरण नियमों का उल्लंघन करके बनाए गए हैं. इसके बाद जिला प्रशासन ने इस बंगले को गिराने की कागजी कार्यवाही शुरू की. फिलहाल, रायगढ़ जिले के अलीबाग में 121 और मुरुड में 151 अवैध बंगले हैं.