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आग की अफवाह के बाद ट्रेन से कूदे थे लोग, दूसरी तरफ से आ रही कर्नाटक एक्सप्रेस ने कुचला... जलगांव हादसे की पूरी कहानी

लखनऊ से मुंबई आ रही पुष्पक एक्सप्रेस ट्रेन के बी-4 कोच में स्पार्किंग होने पर उसे रोका गया था. लोको पायलट ने इमरजेंसी ब्रेक लगाया था, इस कारण ट्रेन के पहियों से चिंगारी निकली और धुंआ उठा. यात्रियों को लगा कि ट्रेन में आग लग गई है. करीब 50 से 60 यात्री अपनी जान बचाने के लिए ट्रेन से दूसरी ओर के ट्रैक पर कूद गए. उस ट्रैक पर कर्नाटक एक्सप्रेस आ रही थी, जिसकी चपेट में आकर कई लोगों की मौत हो गई और कुछ अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए. 

 महाराष्ट्र के जलगांव जिले में कनार्टक एक्सप्रेस की चपेट में आकर कई लोगों की मौत हो गई. (Aajtak Photo) महाराष्ट्र के जलगांव जिले में कनार्टक एक्सप्रेस की चपेट में आकर कई लोगों की मौत हो गई. (Aajtak Photo)
ओमकार /विद्या
  • मुंबई,
  • 22 जनवरी 2025,
  • अपडेटेड 7:09 PM IST

महाराष्ट्र के जलगांव जिले में बुधवार शाम को एक बड़ा रेल हादसा हो गया. पुष्पक एक्सप्रेस ट्रेन (12533) लखनऊ से मुंबई आ रही थी. तभी ट्रेन में आग लगने की अफवाह फैल गई, जिससे लोगों में अफरातफरी मच गई. लोगों ने चेन पुलिंग कर दी और ट्रेन अभी पूरी तरह रुकती उससे पहले ही लोग कूदने लगे. दूसरी ओर की ट्रैक पर कर्नाटक एक्सप्रेस ट्रेन (12629) आ रही थी. पुष्पक एक्सप्रेस से कूदने वाले यात्री कर्नाटक एक्सप्रेस की चपेट में आ गए. इस हादसे में 11 यात्रियों की मौत खबर है. कई गंभीर रूप से घायल हुए हैं, जिन्हें नजदीकी अस्पतालों में भर्ती कराया गया है. 

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जानकारी के मुताबिक लखनऊ से मुंबई आ रही पुष्पक एक्सप्रेस ट्रेन के बी-4 कोच में स्पार्किंग होने पर उसे रोका गया था. यह स्पार्किंग शॉर्ट-सर्किट की वजह से नहीं हुआ बल्कि हॉट एक्सेल या ब्रेक बाइंडिंग के चलते हुआ. इस कारण बी-4 कोच के पहियों से चिंगारी निकली और धुंआ उठा. यात्रियों को लगा कि ट्रेन में आग लग गई है. करीब 50 से 60 यात्री अपनी जान बचाने के लिए ट्रेन से दूसरी ओर के ट्रैक पर कूद गए. उस ट्रैक पर कर्नाटक एक्सप्रेस आ रही थी, जिसकी चपेट में आकर 11 लोगों की मौत हो गई और कुछ अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए. घटनास्थल मुंबई से 400 किलोमीटर दूर है. कर्नाटक एक्सप्रेस बेंगलुरु के यशवंतपुर रेलवे स्टेशन से दिल्ली के हजरत निजामुद्दीन स्टेशन की जा रही थी.

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भुसावल रेलवे डिवीजन के सूत्रों ने बताया कि जिस जगह पर दुर्घटना हुई, वहां शॉर्प टर्न था, इसलिए यात्रियों को दूसरे ट्रैक पर आ रही ट्रेन के बारे में पता ही नहीं चला. रेलवे अधिकारियों ने पुष्टि की है कि पुष्पक एक्सप्रेस में अलार्म चेन पुलिंग (ACP) की गई थी. उन्होंने बताया कि धुएं से यात्री घबरा गए होंगे, जिसके कारण उन्होंने चेन खींची और एक साथ ट्रेन से बाहर कूद गए. सेंट्रल रेलवे के चीफ पब्लिक रिलेशन ऑफिसर स्वप्निल डी. नीला ने कहा, 'पुष्पक एक्सप्रेस ट्रेन के सिर्फ एक कोच के लोग ही नीचे उतरे थे. हादसे की सूचना मिलने के 20 मिनट के भीतर रेलवे की एक्सीडेंट रिलीफ ट्रेन को मौके पर भेजा गया और घायलों को नजदीकी अस्पतालों में भर्ती कराया गया.'

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नासिक के डिविजनल कमिश्नर प्रवीण गेदाम ने बताया कि हादसे की सूचना मिलने के साथ ही एडिशनल एसपी, एसपी, कलेक्टर मौके पर पहुंच गए. जलगांव जिला प्रशासन ने डीआरएम और रेलवे अधिकारियों के साथ समन्वय में राहत एवं बचाव कार्य चलाया. 8 एम्बुलेंस की मदद से से मृतकों और घायलों को अस्पतालों में पहुंचाया गया. रेलवे का रेस्क्यू वैन और एम्बुलेंस को भी घटनास्थल पर भेजा गया था. घटना के बाद रेल अधिकारियों ने पुष्पक एक्सप्रेस ट्रेन को पाचोरा स्टेशन पर भेजा. पुष्पक एक्सप्रेस ट्रेन लखनऊ से चलकर कानपुर, उरई, झांसी, ललितपुर, भोपाल, हबीबगंज, इटारसी, खंडवा, भुसावल, मनमाड़ जक्शन, नासिक होकर कल्याण और फिर छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस रेलवे स्टेशन पहुंचती है.

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