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महाराष्ट्र : 'पद्मावत' दिखा रहे थियेटर के बाहर पेट्रोल बम फेंका

कल्याण पुलिस ने बताया कि घटना में किसी के जख्मी होने की कोई सूचना नहीं है. यह घटना रात नौ बजकर दस मिनट पर भानू सागर थियेटर के बाहर हुई. उन्होंने बताया कि जांच के लिए पुलिस की एक टीम वहां पहुंची है.

थीयेटर के बाहर से मिला बम का टुकड़ा थीयेटर के बाहर से मिला बम का टुकड़ा
अजीत तिवारी
  • ठाणे,
  • 28 जनवरी 2018,
  • अपडेटेड 12:41 PM IST

महाराष्ट्र में फिल्म पद्मावत के विरोध में थियेटर के बाहर अज्ञात लोगों ने पेट्रोल बम फेंक दिया. हालांकि, इससे किसी प्रकार के नुकसान की खबर नहीं है. दरअसल, महाराष्ट्र के ठाणे जिले के कल्याण में ‘पद्मावत’ दिखा रहे एक सिनेमा थियेटर के बाहर शनिवार रात अज्ञात शरारती तत्वों ने पेट्रोल बम फेंक दिया.

कल्याण पुलिस ने बताया कि घटना में किसी के जख्मी होने की कोई सूचना नहीं है. यह घटना रात नौ बजकर दस मिनट पर भानू सागर थियेटर के बाहर हुई. उन्होंने बताया कि जांच के लिए पुलिस की एक टीम वहां पहुंची है.

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संजय लीला भंसाली निर्देशित ‘पद्मावत’ निर्माण के समय से ही राजपूत संगठनों के निशाने पर है. वे फिल्म के जरिये इतिहास से छेड़छाड़ का आरोप लगा रहे हैं. जबकि, फिल्म देखने वाले लोगों का कहना है कि इसमें ऐसे किसी दृश्य को नहीं दर्शाया गया है जिससे राजपूतों को ठेस पहुंचे.

इधर, करणी सेना ने शनिवार को कहा कि यदि उसे ‘पद्मावत’ फिल्म के अधिकार सौंप दिए जाएं तो वह इस फिल्म को बनाने पर हुए खर्च का भुगतान करने को तैयार है. साथ ही उसने इस फिल्म के रिलीज होने पर देश में हुई हिंसक घटनाओं में अपना हाथ होने से स्पष्ट इनकार किया.

करणी सेना के प्रमुख लोकेंद्र सिंह काल्वी ने कहा कि उनके सदस्यों या किसी भी अन्य क्षत्रिय संगठन का स्कूल बस पर हुए हमले में कोई हाथ नहीं है. बता दें कि बुधवार को गुड़गांव में एक भीड़ ने 20-25 बच्चों को ले जा रही एक स्कूल बस पर हमला किया था. फिल्म के विरोध में हिंसक प्रदर्शनकारियों ने वाहनों में आग लगा दी और सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाया.

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काल्वी ने कहा कि अहमदाबाद में हुई हिंसा से उनके संगठन के सदस्यों का कोई लेना-देना नहीं है. अहमदाबाद में मॉलों के बाहर वाहनों में तोड़फोड़ की गई थी. उन्होंने कहा कि इन हमलों के पीछे फिल्म से जुड़े हुए लोगों का हाथ है. उन्होंने कहा, ‘यदि वह (भंसाली) फिल्म का अधिकार हमें सौंप देते हैं तो हम पैसा इकट्ठा कर उन्हें देने के लिए तैयार हैं. हम फिल्म के रील का जौहर करेंगे (जला देंगे).’

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