
पीएमसी बैंक घोटाले में प्रवर्तन निदेशालय की जांच का दायरा बड़ा होता जा रहा है. अब इस मामले की जांच में ईडी की नज़र शिवसेना के एक पूर्व सांसद पर है. सूत्रों की मानें तो करोड़ों रुपये का फंड सीधे नेताओं को ट्रांसफर किया गया था. अब ईडी के अधिकारियों को इस ट्रांसफर की जानकारी मिली है, जिसके बाद जांच तेज हुई है.
साथ ही करोड़ों रुपये का एक ट्रांजेक्शन एक ऐसे ट्रस्ट को किया गया, जिसे एक राजनीतिक परिवार कंट्रोल करता है जबकि इसके अंडरवर्ल्ड से भी कनेक्शन बताए जाते हैं. सूत्रों की मानें, तो ये पैसा प्रवीण राउत के द्वारा एक फर्म में ट्रांसफर किया गया था जिसमें वो डायरेक्टर थे. ये फंड उसी अमाउंट का हिस्सा बताया जा रहा है, जो HDIL के प्रमोर्टर्स वर्धवान बंधुओं ने पीएमसी बैंक से लिया था.
आपको बता दें कि ईडी ने अबतक वर्धवान बंधुओं से जुड़ी 1100 एकड़ जमीन को जब्त किया है. इसमें जमीन, बंग्ला, फ्लैट और अन्य काफी प्रॉपर्टी शामिल है.
पीएमसी घोटाले से जुड़े ही एक मामले में बीते दिनों ईडी ने शिवसेना सांसद संजय राउत की पत्नी वर्षा राउत को समन किया था. जिसमें वो सोमवार को ईडी के सामने पेश हुईं. ईडी की ओर से अबतक तीन बार उन्हें समन दिया जा चुका था, लेकिन दो बार वो नहीं आ पाई थीं.
सोमवार को वर्षा राउत करीब साढ़े तीन घंटे तक ईडी के दफ्तर में रहीं, जहां उनसे पूछताछ हुई. वर्षा राउत से उनके द्वारा किए गए 55 लाख रुपये के ट्रांजेक्शन पर पूछताछ हो रही है. ये ट्रांसजैक्शन प्रवीण राउत की पत्नी माधुरी के साथ हुआ था.
गौरतलब है कि सारंग, राकेश वर्धवान पीएमसी बैंक घोटाले के मुख्य आरोपी हैं जो कुल 6500 करोड़ रुपये का है. मुंबई पुलिस इससे पहले ही प्रवीण राउत को गिरफ्तार कर चुकी है, जो कि एक अलग मामला था.