
नागपुर हिंसा को सत्ता पक्ष सोची समझी साजिश बता रहा है. वहीं विपक्ष ने इसे दुर्भाग्यपूर्ण करार दिया है. पुलिस ने मामले में कार्रवाई करते हुए अबतक 50 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज के आधार पर पहचान करने के बाद इन आरोपियों को गिरफ्तार किया है. नागपुर में हुई हिंसा पर पुलिस कमिश्नर रविंद्र सिंघल ने आजतक से बातचीत करते हुए कहा कि यह घटना प्री-प्लांड नहीं थी.
'हिंसा में शामिल लोग लोकल ही थे'
कमिश्नर रविंद्र सिंघल ने बताया कि स्थानीय लोगों के बीच हुए विवाद से हिंसा भड़की. सोशल मीडिया पर दोनों समुदायों की ओर से की गई पोस्टिंग ने माहौल को और बिगाड़ा. कमिश्नर ने स्पष्ट किया कि इस घटना में बाहरी लोगों की कोई भूमिका नहीं थी.
उनसे पूछा गया कि क्या हिंसा में शामिल लोग बाहर से आए थे. रविंद्र सिंघल ने जवाब दिया, 'हिंसा में शामिल लोग बाहर से नहीं आए थे. दोनों ही समुदाय के लोग यहीं के थे. घटना में स्थानीय लोग ही शामिल थे.'
'प्लानिंग के तहत हिंसा को अंजाम दिया गया'
महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम एकनाथ शिंदे ने नागपुर में सोमवार को भड़की हिंसा को साजिश बताया है. उन्होंने कहा कि एक प्लानिंग के तहत इस हिंसा को अंजाम दिया गया है. डिप्टी सीएम ने कहा कि जो लोग भी इस हिंसा में शामिल हैं उन्हें बख्शा नहीं जाएगा और उनपर सख्त एक्शन लिया जाएगा.
बीजेपी सांसद अशोक चौहान ने औरंगजेब विवाद और नागपुर सिंह पर बोलते हुए कहा, 'हम हिंसा को सपोर्ट नहीं करते हैं. इन चीजों से आम लोगों को परेशानी होती है. औरंगजेब की क्रूरता तो इतिहास में जगजाहिर है, लेकिन आज जो उस पर विवाद उठाया जा रहा है वह समर्थन के लायक बिल्कुल नहीं है. मैं इस तरह की घटना का बिल्कुल समर्थन नहीं करता हूं, क्योंकि इससे देश का नुकसान ही होगा. इससे लोगों को परेशानियां ही होगी.'
संजय राउत ने साधा निशाना
शिवसेना (यूबीटी) के नेता संजय राउत का कहना है, 'RSS हेडक्वार्टर नागपुर में है. नागपुर RSS का गढ़ है. मोहन भागवत वहां बैठते हैं. फडणवीस नागपुर से आते है. वहां कौन दंगे कराएगा? उनके ही लोग होंगे दंगा करवाने वाले. हिन्दुओं पर अपने ही लोगों से दंगा करवा दिया इन लोगों ने. हिन्दुओं को डराकर सिर्फ हिंसा की तरफ ले जा रहे हैं. महाराष्ट्र सरकार औरंगजेब का नाम लेकर हिन्दू लोगों को डराना चाहती है.'
'माहौल खराब करने की हो रही कोशिश'
नागपुर हिंसा पर यूबीटी सेना सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा, 'यह पूर्व नियोजित साजिश का हिस्सा है. नागपुर सीएम और गृह मंत्री देवेंद्र फडणवीस का गृह क्षेत्र है. उन्होंने ऐसे अक्षम मंत्री को संरक्षण दिया है, जिसने ऐसी स्थिति को भड़काया है. माहौल को खराब करने की कोशिश की जा रही है, ताकि महाराष्ट्र की अर्थव्यवस्था बर्बाद हो जाए और दूसरे राज्यों को इसका फायदा मिले.'