
महाराष्ट्र में सियासी तापमान बढ़ गया है. मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने सोमवार को अलग-अलग बैठकों में महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (एमएनएस) प्रमुख राज ठाकरे और शिवसेना (यूबीटी) के नेताओं से मुलाकात की. पहली बैठक दादर में राज ठाकरे के आवास 'शिवतीर्थ' पर हुई, जो विधानसभा चुनाव के बाद दोनों नेताओं के बीच पहली बातचीत थी. दिलचस्प बात यह है कि राज ठाकरे ने हाल ही में चुनाव प्रक्रिया पर सवाल उठाते हुए बीजेपी पर तीखा हमला बोला था.
संजय राउत ने बैठक पर ली चुटकी
शिवसेना (यूबीटी) नेता संजय राउत ने बैठक पर चुटकी लेते हुए कहा, 'दादर में एक नया कैफे खोला गया है जहां हर कोई कॉफी पीने आता है.' मनसे नेता संदीप देशपांडे ने पलटवार करते हुए पूछा कि क्या संजय राउत शरद पवार के बंगले की सफाई के लिए उनसे मिलने जाते हैं.
बाद में दिन में, वरिष्ठ नेता सुभाष देसाई, विधान परिषद के विपक्षी नेता अंबादास दानवे और एमएलसी मिलिंद नार्वेकर सहित शिवसेना (यूबीटी) के नेताओं ने सीएम फडणवीस से उनके आधिकारिक आवास, सागर बंगले पर मुलाकात की. इस बैठक का उद्देश्य दादर में दिवंगत शिवसेना सुप्रीमो बाल ठाकरे के स्मारक की तकनीकीताओं पर चर्चा करना था, जो पूरा होने वाला है.
बैठकों ने अटकलों को दी हवा
कई मुद्दों पर सत्तारूढ़ गठबंधन से डिप्टी सीएम एकनाथ शिंदे की नाराजगी की खबरों के बीच इन बैठकों ने अटकलों को हवा दे दी है. शिंदे हाल ही में महत्वपूर्ण बैठकों और कार्यक्रमों को छोड़कर सतारा जिले में अपने पैतृक गांव के लिए रवाना हो गए थे, जिससे असंतोष की चर्चाएं तेज हो गई थीं.
'राजनीतिक विरोधियों के बीच बैठकें महाराष्ट्र की संस्कृति का हिस्सा'
हालांकि, शिवसेना (शिंदे गुट) के कैबिनेट मंत्री प्रताप सरनाईक ने स्पष्ट किया कि वैचारिक मतभेदों के बावजूद राजनीतिक विरोधियों के बीच बैठकें महाराष्ट्र की संस्कृति का हिस्सा हैं. सीएम देवेंद्र फडणवीस ने यह भी कहा कि राज ठाकरे के साथ उनकी मुलाकात एक मैत्रीपूर्ण मुलाकात थी, जिसमें कोई राजनीतिक चर्चा शामिल नहीं थी.
ऐसी अफवाहें हैं कि भाजपा अपने कोटे से मनसे को राज्यपाल द्वारा नियुक्त विधान परिषद सीट की पेशकश कर सकती है, जिससे संभावित रूप से आगामी चुनावों में भाजपा-मनसे रणनीतिक गठबंधन का मार्ग प्रशस्त हो सकता है.