
महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (MNS) प्रमुख राज ठाकरे (Raj Thackeray) ने शनिवार को कल्याण में सूबे की मौजूदा राजनीति और कई अन्य मुद्दों पर बयान दिया है. उन्होंने कहा कि राज्य की राजनीति गड़बड़ हो गई है और अब समय आ गया है कि लोग बदलाव लाएं. लोकसभा चुनाव से पहले राज्य भर में अपने दौरे के तहत कल्याण की यात्रा के दौरान पत्रकारों से बात करते हुए राज ठाकरे ने यह भी कहा कि अन्य दलों के नेताओं से मिलने का मतलब यह नहीं है कि गठबंधन टूट रहा है.
हाल ही में एमएनएस के राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) में शामिल होने की अटकलें थीं, जब मुंबई बीजेपी प्रमुख आशीष शेलार ने ठाकरे से उनके शिवाजी पार्क स्थित घर में मुलाकात की थी.
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'जाति-आधारित राजनीति...'
एजेंसी के मुताबिक ठाकरे ने कहा कि राज्य में मौजूदा राजनीतिक सिनेरियो 'चिक्कल' (गीली, फिसलन भरी कीचड़) की तरह है, जिसमें पार्टी लाइनें धुंधली हो रही हैं. लोगों को यह तय करना चाहिए कि राजनेताओं को उनके कार्यों के लिए जवाबदेह ठहराया जाए.
उन्होंने इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों (EVM) की विश्वसनीयता पर भी सवाल उठाया और कहा कि मतदान बैलेट पेपर्स के जरिए होना चाहिए. इसके अलावा मराठा कोटा मुद्दे पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि अब ध्यान सूखा, बेरोजगारी, कृषि संकट आदि जैसे मुद्दों के बजाय जाति-आधारित राजनीति पर है.
राज ठाकरे ने चुनाव ड्यूटी के लिए शिक्षकों को बुलाने के लिए भारत चुनाव आयोग की भी आलोचना की और कहा कि इस कदम से छात्रों पर बुरा असर होगा.