
महाराष्ट्र में खेडकर परिवार से जुड़ा विवाद बढ़ता जा रहा है. पीड़ित किसान की एफआईआर के बाद अब पुणे ग्रामीण पुलिस खेडकर परिवार की तलाश कर रही है. खेडकर परिवार यानी दिलीप खेडकर और मनोरमा खेडकर. कुछ दिनों पहले महाराष्ट्र की प्रोबेशनर आईएएस अफसर पूजा खेडकर की मां मनोरमा खेडकर का किसानों को पिस्तौल से धमकाने का वीडियो वायरल हुआ था.
जांच में सहयोग नहीं कर रहीं मनोरमा खेडकर
जानकारी मिली है कि शिकायत के बाद उनका फोन बंद आ रहा है. पुलिस सूत्रों ने आजतक को बताया कि वह जांच में सहयोग नहीं कर रही हैं. पुलिस ने बानेर स्थित उनके बंगले का वीडियो भी लिया है. इस घर में फिलहाल कोई नहीं है. अब सवाल यह है कि मनोरमा खेडकर कहां हैं?
उनकी तलाश में पुणे पुलिस सर्च ऑपरेशन चला रही है. अगर खेडकर परिवार थाने में पेश नहीं होता है तो आगे का तलाशी अभियान चलाने के लिए जांच टीमें गठित की जाएंगी. पुलिस का कहना है कि आरोपी भाग रहे हैं. हम उनके संपर्क करने की कोशिश कर रहे हैं लेकिन उनसे संपर्क नहीं हो पा रहा है.
तलाश में जुटी पुलिस
पुलिस के अनुसार खेडकर परिवार के फोन बंद हैं. उनके आवास पर पहुंचने की भी कोशिश की गई लेकिन वहां कोई उपलब्ध नहीं है. घरों पर ताला लगा हुआ है. हम आज फिर उनसे संपर्क करने की कोशिश करेंगे. लोकल क्राइम ब्रांच और लोकल पुलिस की कई टीमों के अधिकारी पुणे और आस-पास की जगहों पर उनकी तलाश कर रहे हैं. अगर वे मिलते हैं तो हम उनसे पूछताछ करेंगे और आगे कार्रवाई करेंगे.
खेडकर परिवार का विवाद क्या है?
इससे पहले विवादों में घिरीं महाराष्ट्र की प्रोबेशनर आईएएस अफसर पूजा खेडकर की मां को पुणे की पुलिस ने आर्म्स एक्ट के मामले में एक नोटिस भेजा था. नोटिस के जरिए मनोरमा खेडकर से पूछा गया कि उन्हें दी गई पिस्टल का लाइसेंस वापस क्यों नहीं ले लिया जाना चाहिए.
आर्म्स एक्ट के उल्लंघन को लेकर मनोरमा खेडकर के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है. इसके साथ ही उनके पिस्टल के लाइसेंस को रद्द करने की प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई है. पुलिस मनोरमा खेडकर के घर नोटिस देने पहुंची थी, लेकिन वहां कोई भी मौजूद नहीं था. इसलिए खेडकर के घर पर पुलिस नोटिस चिपकाकर चली गई.