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महाराष्ट्र में पूजा खेडकर (Pooja khedkar) के पिता दिलीप खेडकर के खिलाफ एक्शन लिया गया है. यहां कल रात बंडगार्डन पुलिस स्टेशन में आईपीसी की धारा 186, 504 और 506 के तहत केस दर्ज हुआ. डीसीपी स्मार्थना पाटील ने यह जानकारी दी. दरअसल, दिलीप खेडकर के खिलाफ पुणे कलेक्टर कार्यालय के एक तहसीलदार ने शिकायत दर्ज कराई थी. इस मामले में तहसीलदार को कल पुणे पुलिस ने अपना बयान दर्ज करने के लिए बुलाया था. उसके बाद सुबह-सुबह दिलीप खेडकर के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया.
आरोप है कि पूजा खेडकर जब पुणे कलेक्ट्रेट में ट्रेनी के तौर पर पहुंचीं थीं, उस समय उनके पिता दिलीप खेडकर कलेक्ट्रेट में आते थे. उन्होंने कलेक्टर कार्यालय के तहसीलदार और अन्य कर्मचारियों को पूजा खेडकर के लिए अलग केबिन दिलाने के लिए धमकी दी थी. इसी मामले को लेकर दिलीप खेडकर के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई है.
बता दें कि पूजा खेडकर की मां मनोरमा खेडकर के खिलाफ भी धारा 323, 504, 506, 143, 144, 147, 148 और 149 के साथ-साथ आर्म्स एक्ट के तहत एफआईआर दर्ज हुई थी. दरअसल, मनोरमा का एक वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें वो पिस्तौल लहराती दिखी थीं.
इसके बाद मनोरमा खेडकर को पुणे ग्रामीण पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था. उन्हें रायगढ़ के पास महाड से अरेस्ट किया गया था, जहां वह एक होटल में रुकी हुई थीं. पूजा खेडकर की मां मनोरमा दिलीप खेडकर 3 अगस्त को यरवदा जेल से रिहा किया गया था. मनोरमा खेडकर को 2 अगस्त को पुणे की अदालत ने जमानत दे दी थी.
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पूजा खेडकर की मां के बाद अब उनके रिटायर्ड पिता दिलीप खेडकर के खिलाफ भी पुलिस ने कार्रवाई की है. दिलीप खेडकर साल 2020 में महाराष्ट्र प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (MPCB) के डायरेक्टर पद से रिटायर हुए थे.
लंबे विवाद के बाद पूजा खेडकर की उम्मीदवारी को संघ लोक सेवा आयोग (Union Public Service Commission) ने रद्द कर दिया था. इसके साथ ही यूपीएससी ने पूजा को ब्लैक लिस्ट भी कर दिया, इसका मतलब ये कि पूजा खेडकर भविष्य में कभी UPSC की परीक्षा में नहीं शामिल हो सकेंगी. यूपीएससी ने उन्हें नियमों के उल्लंघन का दोषी पाया, जिसके बाद उन पर ये एक्शन लिया गया था. हालांकि पूजा खेडकर ने यूपीएससी के एक्शन के खिलाफ हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया था.
पूजा खेडकर की याचिका पर दिल्ली हाईकोर्ट ने UPSC से कहा कि 2 दिनों के भीतर उनकी नियुक्ति रद्द करने का आदेश उपलब्ध कराए. इस पर यूपीएससी के वकील ने कोर्ट में कहा कि पूजा खेडकर को 2 दिनों के भीतर उनकी ईमेल आईडी और उनके ज्ञात पते पर आदेश भेज दिया जाएगा. वहीं हाईकोर्ट ने पूजा खेडकर को उचित फोरम पर अपील करने की इजाजत दी.