Advertisement

अच्छे रिटर्न का लालच देकर इंजीनियर से 71 लाख की ठगी, गोवा से रूसी नागरिक सहित 2 गिरफ्तार

महाराष्ट्र के पुणे के पिंपरी-चिंचवड़ में ठगी का एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है. जहां पुलिस ने एक रूसी नागरिक सहित एक भारतीय ठग को गिरफ्तार किया है.

पुणे के इंजीनियर से 71 लाख की ठगी (सांकेतिक तस्वीर) पुणे के इंजीनियर से 71 लाख की ठगी (सांकेतिक तस्वीर)
श्रीकृष्ण पांचाल
  • पुणे,
  • 16 दिसंबर 2024,
  • अपडेटेड 5:31 PM IST

महाराष्ट्र के पुणे के पिंपरी-चिंचवड़ में ठगी का एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है. जहां साइबर ठगों ने एक कंप्यूटर इंजीनियर से 71 लाख रुपये की ठगी कर ली. जानकारी के मुताबिक कंप्यूटर इंजीनियर को इंस्टाग्राम पर एक विज्ञापन मिला था. यह विज्ञापन स्टॉक मार्केट से जुड़ा था. विज्ञापन पर क्लिक करने के बाद इंजीनियर को एक ग्रुप में जोड़ा गया था. ग्रुप में जोड़ने वालों ने अच्छा रिटर्न दिलाने का भी दावा किया था. फिलहाल पुलिस ने मामले में एक रूसी आरोपी सहित एक भारतीय ठग को गिरफ्तार किया है.

Advertisement

पुलिस ने बताया कि इंजीनियर इंस्टाग्राम पर रील्स देख रहा था. रील्स देखते समय उसकी नजर एक ऐड पर पड़ी. जिसके बाद उसने बिना सोचे-समझे उस पर क्लिक कर दिया. कुछ ही देर में उसे अलग-अलग नंबरों से शेयर बाजार के व्हाट्सएप ग्रुप में जोड़ लिया गया. ग्रुप में इंजीनियर अमीश को शेयर बाजार में अच्छा रिटर्न दिलाने का वादा किया गया.

यह भी पढ़ें: जामताड़ा: साइबर अपराधियों को किडनैप कर फिरौती वसूलने वाला गैंग का भंडाफोड़, चार बदमाश गिरफ्तार

रूसी नागरिक की मदद से भारतीय ठग कर रहा था ठगी

इसके बाद इंजीनियर से फर्जी वेबसाइट के जरिए शेयर बाजार के ट्रेंडिंग स्टॉक और आईपीओ मांगकर 71 लाख रुपये ठग लिए गए. जिसके बाद इंजीनियर ने पिंपरी-चिंचवड़ की साइबर पुलिस में शिकायत दर्ज कराई. साइबर पुलिस इंस्पेक्टर स्वामी की टीम ने जब जांच शुरू की तो पता चला कि जिस बैंक खाते में पैसे गए हैं, उसका इस्तेमाल गोवा राज्य में किया गया था. 

Advertisement

जिसके बाद साइबर पुलिस की एक टीम गोवा गई. यहां स्थानीय पुलिस की मदद से रूसी आरोपी टोनी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. मामले में पुलिस ने एक अन्य आरोपी श्रेयस को भी गिरफ्तार किया है. श्रेयस गेमिंग के नाम पर दोस्तों से बैंक अकाउंट और मोबाइल लिंक लेता था और गोवा के लिए उड़ान भरता था. वहां टोनी से संपर्क करने पर पता चला कि वह उससे साइबर अपराध करा रहा है. ठगी के पैसे दुबई के बैंक खाते में जमा हुए हैं.

ठगी के 15 लाख रुपये फ्रीज करने में पुलिस कामयाब हो चुकी है. जानकारी यह भी सामने आई है कि गुजरात पुलिस को भी रूसी आरोपी टोनी की तलाश थी. मामले में खुलासा हुआ है कि मार्क, श्रेयस और टोनी तीन लोग मिलकर साइबर क्राइम को अंजाम दे रहे थे. फिलहाल पुलिस ने 2 को गिरफ्तार कर लिया है. 

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement