
पुणे पुलिस ने विवादास्पद ट्रेनी आईएएस अधिकारी पूजा खेडकर के माता-पिता की वैवाहिक स्थिति को लेकर एक रिपोर्ट महाराष्ट्र सरकार को भेजी है. एक अधिकारी ने शुक्रवार को इसकी जानकारी दी. पुलिस अधिकारी ने बताया कि दंपति दिलीप और मनोरमा खेडकर 'कानूनी रूप से अलग हो गए' थे.
केंद्र सरकार ने पुणे पुलिस को पूजा के माता-पिता की वैवाहिक स्थिति की जानकारी देने का निर्देश दिया था. केंद्र की ओर से ये निर्देश पूजा पर उन आरोपों के बीच दिए गए जिनके अनुसार पूजा ने माता-पिता के अलग होने का दावा करके यूपीएससी परीक्षा में गलत तरीके से ओबीसी गैर क्रीमी लेयर का लाभ लिया.
केंद्र को भेजी जाएगी रिपोर्ट
अधिकारी ने कहा कि हमने बुधवार को राज्य सरकार को रिपोर्ट भेज दी और इसे केंद्र को भेजा जाएगा. 2023 बैच की आईएएस अधिकारी पूजा खेडकर पर पुणे में प्रोबेशन के दौरान उन लाभों और सुविधाओं की मांग करके अपने विशेषाधिकारों का दुरुपयोग करने का आरोप लगाया गया था जिनकी वह हकदार नहीं थीं.
कथित तौर पर 'गलत बयानी करने और गलत तथ्यों' के लिए पिछले हफ्ते दिल्ली में उनके खिलाफ एक आपराधिक मामला दर्ज किया गया था. यूपीएससी ने भी 2022 परीक्षा के लिए उनकी उम्मीदवारी रद्द करने के संबंध में कारण बताओ नोटिस जारी किया है और उन्हें भविष्य की परीक्षाओं से प्रतिबंधित करने पर विचार कर रहा है.
पूजा खेडकर ने किया था तलाक का दावा
यूपीएससी परीक्षा में अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) गैर-क्रीमी लेयर कोटा का लाभ उठाने के लिए, खेडकर ने कथित तौर पर दावा किया था कि उनके माता-पिता अलग हो गए थे और वह अपनी मां के साथ रहती हैं.
यूपीएससी क्रैक करने से पहले एक मॉक इंटरव्यू के दौरान खेडकर से पूछा गया था कि जब उनके पिता एक सिविल सर्वेंट थे तो उनकी पारिवारिक आय 'जीरो' क्यों दिखाई गई. वायरल हुए इंटरव्यू के एक वीडियो में वह कहती हुई नजर आईं कि उनके माता-पिता अलग हो गए हैं और वह अपने पिता के संपर्क में नहीं हैं.
जेल में हैं पूजा की मां मनोरमा खेडकर
नियमों के मुताबिक, ओबीसी नॉन-क्रीमी लेयर कैटेगरी का लाभ केवल वही अभ्यर्थी ले सकते हैं जिनके माता-पिता की आय 8 लाख रुपये सालाना से कम है. पूजा की मां मनोरमा खेडकर 2023 में भूमि विवाद को लेकर एक व्यक्ति को बंदूक दिखाकर धमकाने के आरोप में फिलहाल जेल में हैं. सेवानिवृत्त सरकारी अधिकारी दिलीप खेडकर भी इस मामले में आरोपी हैं. गुरुवार को उन्हें पुणे की एक अदालत ने अग्रिम जमानत दे दी थी.