
महाराष्ट्र की राजनीति में सोमवार का दिन काफी अहम माना जा रहा था. सुप्रीम कोर्ट को विधायकों की अयोग्यता पर फैसला देना था...लेकिन कोर्ट ने अभी के लिए मामले को आगे बढ़ा दिया है. स्पीकर को भी अयोग्यता पर कोई फैसला नहीं लेने के लिए कहा गया है. ऐसे में अब सवाल उठता है कि फिर महाराष्ट्र में एकनाथ शिंदे सरकार का मंत्रिमंडल विस्तार कब होगा?
पहले कहा गया था कि सुप्रीम कोर्ट से अगर राहत मिल जाती है तो तुरंत मंत्रिमंडल विस्तार कर दिया जाएगा. लेकिन अब क्योंकि सुप्रीम कोर्ट में ये मामला लंबा चलने वाला है, ऐसे में राष्ट्रपति चुनाव के बाद मंत्रिमंडल विस्तार पर विचार किया जा रहा है. ऐसी खबर है कि 18 जुलाई को होने वाले राष्ट्रपति चुनाव के बाद शिंदे सरकार का मंत्रिमंडल विस्तार संभव है.
इस बारे में शिंदे गुट के विधायक दीपक केसरकर का कहना है कि मंत्रिमंडल विस्तार में कोई समस्या नहीं है. अभी 13 जुलाई को राष्ट्रपति चुनाव को लेकर एक अहम बैठक होनी है. हमारे गुट से भी एक विधायक उसमें शामिल होंगे. ऐसे में चुनाव की वजह से अभी समय नहीं मिलने वाला है. सभी विधायक राष्ट्रपति चुनाव में व्यस्त चल रहे होंगे. ऐसे में शपथ कब ली जाएगी. किसी को कोई हड़बड़ी नहीं है.
अब जानकारी के लिए बता दें कि पिछले हफ्ते ही सीएम एकनाथ शिंदे और डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस दिल्ली आए थे. तब प्रधानमंत्री मोदी से लेकर गृह मंत्री अमित शाह तक सेमुलाकात हुई थी. खबर है कि महाराष्ट्र में होने वाले मंत्रिमंडल विस्तार पर भी मंथन किया गया. लेकिन उस मुलाकात के बाद भी शिंदे सरकार को अपने मंत्री नहीं मिल पाए.
इसका सबसे बड़ा कारण है अयोग्यता की वो तलवार जो लंबे समय से इन बागी विधायकों पर लटकी हुई है. पिछले महीने स्पीकर द्वारा 16 विधायकों को अयोग्यता का नोटिस दिया गया था. सुप्रीम कोर्ट ने राहत तो दी है, लेकिन कोई फैसला नहीं हुआ है, इसी वजह से अनिश्चितता के बादल बने हुए हैं.