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राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की स्थापना के बाद से हर साल नागपुर के रेशमबाग़ मैदान में संघ दशहरे पर कार्यक्रम का आयोजन करता आय़ा है. इस कार्यक्रम में हर साल मुख्य अतिथि के रूप में किसी को आमंत्रित किया जाता है. साल 1925 के बाद से हर वर्ष इस कार्यक्रम में कोई न कोई पुरुष मुख्य अतिथि शामिल होता आय़ा है. लेकिन इस साल संघ ने अपनी परिपाटी को बदल दिया है. लिहाजा दशहरे पर होने वाले कार्यक्रम के लिए संघ ने दो बार एवरेस्ट पर्वत को फतह करने वाली पहली महिला संतोष यादव को आमंत्रित किया है.
हालांकि साल 1936 में संघ ने अपनी महिला विंग राष्ट्र सेविका समिति की स्थापना की थी. उस वक्त लक्ष्मीबाई केलकर को बुलाया गया था. लेकिन अब तक कोई भी महिला RSS के दशहरा कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल नहीं हुई है.
RSS का ये कार्यक्रम 5 अक्टूबर को नागपुर के रेशमबाग मैदान में होगा. जहां संघ प्रमुख मोहन भागवत पहले शस्त्र पूजा करेंगे. फिर संघ के स्वयंसेवक शारीरिक क्षमता का प्रदर्शन करेंगे. मुख्य अतिथि संतोष यादव स्वयंसेवक और आम जनता को संबोधित करेंगी. इसके बाद सरसंघचालक मोहन भागवत का भाषण होगा.
ऐसे बनी थी संघ के गठन की योजना
स्वयंसेवी संगठन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की स्थापना केशव बलराम हेडगेवार ने की थी. 27 सितंबर 1925 को विजयदशमी के दिन आरएसएस की स्थापना की गई थी. 2025 में ये संगठन 100 साल का हो जाएगा. संघ के प्रथम सरसंघचालक हेडगेवार ने अपने घर पर गोष्ठी में संघ के गठन की योजना बनाई थी. इस बैठक में हेडगेवार के साथ विश्वनाथ केलकर, भाऊजी कावरे, अण्णा साहने, बालाजी हुद्दार, बापूराव भेदी आदि मौजूद थे. संघ का क्या नाम होगा, क्या क्रियाकलाप होंगे सब कुछ समय के साथ धीरे-धीरे तय होता गया.
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