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'फैमिली प्लानिंग किट से हटाएं मेल-फीमेल ऑर्गन के मॉडल, हेल्थ वर्कर्स को होती है शर्मिंदगी'

महाराष्ट्र के बुलढाणा जिले (Maharashtra Buldhana) में रा​जनीतिक कार्यकर्ताओं ने कहा कि फैमिली प्लानिंग किट (family planning kit) में कुछ ऐसे रबर के मॉडल शामिल हैं, जिनका प्रदर्शन करने में फीमेल हेल्थ वर्करों को शर्मिंदगी महसूस होती है. इसलिए किट से इन मॉडल को अलग किए जाने पर विचार करना चाहिए. वहीं एक स्वास्थ्य अधिकारी ने कहा कि किट जागरूक करने के लिए है. इसका कहीं कोई विरोध नहीं हो रहा है.

'फैमिली प्लानिंग किट से हटाए जाएं मेल फीमेल ऑर्गन के रबर मॉडल'.  (Representative image) 'फैमिली प्लानिंग किट से हटाए जाएं मेल फीमेल ऑर्गन के रबर मॉडल'. (Representative image)
aajtak.in
  • बुलढाणा,
  • 20 मार्च 2022,
  • अपडेटेड 8:00 PM IST
  • महाराष्ट्र के बुलढाणा में राजनीतिक दलों के कार्यकर्ताओं ने की मांग
  • कार्यकर्ता बोले: सरकार को इस फैसले पर विचार करना चाहिए

महाराष्ट्र के बुलढाणा जिले (Maharashtra Buldhana) में राजनीतिक दलों के कार्यकर्ताओं ने राज्य सरकार से परिवार नियोजन परामर्श किट (family planning kit) से कुछ 'असहज' वस्तुओं को हटाने की मांग की. कार्यकर्ताओं ने कहा है कि स्वास्थ्य कर्मियों को इन वस्तुओं को प्रदर्शित करने में अजीब लग रहा है. इस किट में पुरुष और महिला प्रजनन अंगों के रबर मॉडल होते हैं, जिन्हें स्वास्थ्य कार्यकर्ता, आशा कार्यकर्ता जागरूकता अभियान के दौरान प्रदर्शित करने के लिए ले जाती हैं. उन्हें इस दौरान शर्मिंदगी होती है. कार्यकर्ताओं ने कहा कि इन वस्तुओं को किट से हटा दिया जाना चाहिए.

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किट में होते हैं नर और मादा प्रजनन अंगों के मॉडल

एजेंसी के अनुसार, जिला स्वास्थ्य अधिकारियों ने कहा कि वर्तमान किट परिवार नियोजन और यौन स्वच्छता के बारे में जागरूकता पैदा करने में प्रभावी हैं. स्वास्थ्य विभाग ने बुलढाणा और राज्य के अन्य जिलों में जनसंख्या नियंत्रण के बारे में जागरूकता पैदा करने और अन्य समस्याओं के प्रति जागरूकता लाने, एड्स जैसी बीमारियों की रोकथाम के लिए परिवार नियोजन परामर्श किट वितरित किए हैं. प्रत्येक किट में नर और मादा प्रजनन अंगों, दवाओं और अन्य चीजों के मॉडल होते हैं.

स्वाभिमानी शेतकारी संगठन के विदर्भ प्रदेश अध्यक्ष प्रशांत दिक्कर ने कहा कि किट में प्रजनन अंगों के मॉडल को शामिल करना उचित नहीं है. उन्होंने कहा कि आशा कार्यकर्ता इसके बारे में कैसे समझाएंगी? यह शर्मनाक है. यह बिल्कुल भी उपयोगी नहीं है. सरकार को इस पर विचार करना चाहिए.

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'सरकार को इस पहलू पर करना चाहिए गौर'

बुलढाणा की एक सामाजिक कार्यकर्ता तबस्सुम बेगम ने दावा किया कि कुछ आशा कार्यकर्ताओं ने उनसे कहा था कि वे गांवों में परामर्श सत्र के दौरान प्रजनन अंग मॉडल दिखाने में शर्मिंदगी महसूस करती हैं. उन्होंने कहा कि कार्यक्रम अच्छा है, लेकिन मुझे लगता है कि सरकार को इस पहलू पर गौर करना चाहिए और किट से प्रजनन अंग मॉडल को हटा देना चाहिए. भाजपा नेता चित्रा वाघ ने भी इस मुद्दे पर ट्वीट किया और सरकार की आलोचना की. 

स्वास्थ्य अधिकारी बोले: किटों का कहीं कोई विरोध नहीं हो रहा

बुलढाणा के एक वरिष्ठ स्वास्थ्य अधिकारी ने कहा कि किट जनसंख्या नियंत्रण और यौन स्वच्छता के बारे में जागरूकता पैदा करने के लिए अच्छी है. उन्होंने कहा कि जागरूकता अभियान के दौरान पुरुष स्वास्थ्य कार्यकर्ता केवल पुरुषों को सलाह देते हैं, जबकि महिला कार्यकर्ता महिलाओं को परामर्श प्रदान करती हैं. उन्होंने दावा किया कि इन किटों के इस्तेमाल को लेकर कुछ कार्यकर्ताओं को संदेह हो सकता है, लेकिन इसका कोई विरोध नहीं है.

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