
महाराष्ट्र में राजनीतिक समीकरण बदलते नजर आ रहे हैं. उपमुख्यमंत्री अजित पवार और शरद पवार के बीच सुलह की अटकलों के बीच शिवसेना (उद्धव ठाकरे) सांसद संजय राउत ने मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की तारीफ की है.
गढ़चिरौली में 11 नक्सलियों के आत्मसमर्पण के बाद राउत ने कहा कि महाराष्ट्र संगीत का प्रेमी है. यहां बहुत से सुर मीठे हैं. कभी बेसुरे हो जाते हैं. लेकिन संगीत यहां हमेशा रहता है. हमारी महाराष्ट्र की राजनीति में यहां सुर और ताल हमेशा रहा है. बात है कि हमने देवेंद्र फडणवीस का अभिनंदन किया है. क्यों किया है? क्योंकि सरकार ने अच्छा काम किया है. हमारा महाराष्ट्र से नाता रहा है. ये राज्य हमारा है. और यहां गढ़चिरौली जैसे जिले भी हैं, जहां नक्सलवाद है और अगर नक्सली आत्मसमर्पण करते हैं और संविधान का मार्ग अपनाते हैं तो हम उसका स्वागत करेंगे.
राउत ने कहा कि अब सरकार को गढ़चिरौली में बेरोजगारी और गरीबी को दूर करना चाहिए. फडणवीस वहां जमशेदपुर की तर्ज पर स्टील सिटी बनाना चाहती है. उससे महाराष्ट्र की प्रतिष्ठा ही बढ़ेगी. लोगों को रोजगार मिलेगा. इसका स्वागत होना चाहिए. लेकिन इससे पहले यहां जो गार्डियन मिनिस्टर थे, उन्होंने नाटक किया. जो काम फडणवीस कर रहे हैं, वो भी कर सकते थे. लेकिन उन्होंने माइनिंग माफियाओं से फिरौती ली, पैसा इक्ट्ठा किया और अपने एजेंट्स नियुक्त किए. इससे नक्सलवाद बढ़ा.
बता दें कि गुरुवार को 11 नक्सलियों ने गढ़चिरौली जिले में सरेंडर किया. इन पर एक करोड़ से ज्यादा का ईनाम था. इस मौके पर सीएम फडणवीस ने कहा था कि नक्सलवाद को जल्द ही पूरे राज्य से उखाड़ फेंका जाएगा.
इससे पहले महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार और शरद पवार के बीच सुलह की अटकलें लगी. इस बीच अजित की मां ने अजित और उनके चाचा शरद पवार के फिर से एक साथ होने की बात कही थी. प्रफुल्ल पटेल ने इस पर कहा कि अगर पवार परिवार एक हो जाए, तो उन्हें खुशी होगी. शरद पवार हमारे लिए भगवान की तरह हैं.