
शिवसेना उद्धव ठाकरे के नेता संजय राउत ने केंद्र सरकार की कार्यशैली पर निशाना साधा और कहा कि दिल्ली में अल्पमत की सरकार बैठी है. उन्होंने अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस में कई मुद्दों पर बोलते हुए सरकार की नीतियों पर हमला बोला.
संजय राउत ने शुक्रवार को अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस में बोलते हुए कहा कि देखिए मोहन भागवत सरसंघचालक हैं. वह आदरणीय हैं. जब से चुनाव के नतीजे आने के बाद केंद्र में मोदी की अल्पमत की सरकार बैठी है, तब से मोहन भागवत बहुत सी बातें बहुत ही बेबाकी से बोल रहे हैं. अब ये सुपरमैन कौन है भागवत के मन में विष्णु के अवतार कौन हैं या जिस तरीके से कहा गया नॉन बायोलॉजिकल व्यक्ति कौन है. यह पूरा देश जानता है तो भागवत साहेब को खुलकर बोलना चाहिए. इस देश में जो हो रहा है अभी-भी अल्पमत की सरकार होने के बावजूद वह देश के लोकतंत्र और संविधान के लिए ठीक नहीं है.
'कॉमन मैन ही है सुपरमैन'
उन्होंने कहा कि इस देश में कॉमन मैन ही सुपरमैन है और यह कॉमन मैन ने अपने आप को भगवान समझने वाले लोगों को बहुमत से दूर रखा है तो मैं मानता हूं कि इस देश का कॉमन मैन मतदाता ही सुपरमैन है.
उन्होंने यूपी के गोंडा में हुए रेल हादसे पर बोलते हुए कहा कि यह सरकार ही डिरेल्ड है. उनके कार्यकाल में 300 से ज्यादा लोगों की या पैसेंजर की मौत हुई है. यह बहुत बड़ा आंकड़ा है. आप बुलेट ट्रेन लाना चाहते हैं, आप मेट्रो और सुपरफास्ट ट्रेन लाना चाहते हैं. आपकी बहुत बड़ी योजनाएं हैं, लेकिन सिग्नल लाइन जो है जिसको मरम्मत की जरूरत है. उस पर आपका ध्यान नहीं है तो सामान्य लोग कैसे सफर करेंगे.
सीटों पर चल रहा है काम: संजय राउत
वहीं, आगामी महाराष्ट्र चुनाव महाविकास अघाड़ी के सीट शेयरिंग पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि तीनों पार्टी प्रमुख पार्टी हैं. वह अपनी-अपनी सीटों पर असेसमेंट कर रही हैं. सभी पार्टी को अधिकार है कि पूरे सीटों के ऊपर अपनी ताकत क्या है हम कहां लड़ सकते हैं. उस बारे में अपना असेसमेंट करके फाइनली हम एक साथ बैठक करेंगे तो सीट का आदान-प्रदान होगा.
उन्होंने आगे कहा, देखिए उस बारे में कोई निर्णय नहीं हुआ है. लेकिन हमेशा मुंबई शिवसेना का गढ़ रहा है. यहां की मुंबई महानगरपालिका हो या ज्यादा से ज्यादा विधानसभा या लोकसभा की सीट हो हम जीतते आए हैं. जरूर कांग्रेस को ज्यादा सीटें मिलती हैं. पश्चिम महाराष्ट्र में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी को ज्यादा सीटें मिलती हैं. शरद पवार का अपना प्रभाव होता है मुंबई में शिवसेना का प्रभाव हमेशा रहा है तो उस हिसाब से सीटों का बंटवारा आगे हो जाएगा.