
उद्धव गुट से शिवसेना का नाम और चुनाव चिन्ह छिनने के बाद से ही महाराष्ट्र में आरोप प्रत्यारोप का सिलसिला जारी है. उद्धव ठाकरे गुट लगातार एकनाथ शिंदे पर निशाना साध रहा है. इस बीच ठाकरे गुट के नेता संजय राउत ने पुलिस को एक पत्र लिखा है, जिसमें उन पर हमले की आशंका जताई गई है.
बता दें कि उद्धव खेमे के सांसद संजय राउत का आरोप है कि शिवसेना सांसद और सीएम एकनाथ शिंदे के बेटे श्रीकांत शिंदे ने उन पर हमला करने के लिए ठाणे के एक कांट्रैक्ट किलर को हायर किया है. संजय राउत ने पुलिस को पत्र लिखा है कि उन्हें एक 'सुपारी' के बारे में पता चला है जो ठाणे के एक गुंडे राजा ठाकुर को दी गई है.
डिप्टी सीएम को लिखा पत्र
इस मामले को लेकर संजय राउत ने एक पत्र राज्य के डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस को भी लिखा है और इस मुद्दे की ओर ध्यान देखने का आग्रह किया है. संजय राउत ने यह भी दावा किया है कि हाल ही में कई निर्वाचित प्रतिनिधियों पर हमले हुए हैं और ऐसी घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं.
सत्ता परिवर्तन के बाद वापस ली गई सुरक्षा
पत्र में कहा गया है कि राज्य में सत्ता परिवर्तन के बाद उनकी सुरक्षा वापस ले ली गई है. इसलिए उन्हें इस तरह के राजनीतिक फैसले की शिकायत नहीं है. लेकिन उम्मीद है कि सरकार राज्य में बिगड़ती कानून व्यवस्था की जिम्मेदारी लेगी.
सनसनी पैदा करने के लिए है या सिक्योरिटी के लिए?
इस पत्र के जवाब में राज्य के डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस ने जवाब दिया है. फडणवीस ने कहा, राउत ने मुझे ऐसा पत्र क्यों लिखा है? यह सुरक्षा कवच पाने के लिए है या सनसनी पैदा करने के लिए? रोज-रोज झूठ बोलने से उन्हें सहानुभूति नहीं मिलेगी. बिना सबूत के आरोप लगाना गलत है.
वहीं इस मामले पर मुंबई पुलिस कमिश्नर विवेक फनसालकार ने कहा, 'हम इस मामले की जांच करेंगे.
2000 करोड़ की डील का लगाया था आरोप
पार्टी सिंबल छिनने के बाद संजय राउत ने चुनाव आयोग के फैसले के पीछे 2 हजार करोड़ की डील होने का आरोप लगाया था. चुनाव आयोग के फैसले पर राउत ने कहा था कि यह फैसला पहले से ही सुनियोजित था. उनके इस बयान को लेकर नासिक में उनके खिलाफ केस भी दर्ज हो गया है. शिवसेना के एक पदाधिकारी योगेश बेलदार ने उनके खिलाफ नासिक के पंचवटी थाने में मामला दर्ज कराया. बता दें कि राउत ने 19 फरवरी को मुंबई में प्रेस कांफ्रेंस के दौरान लेनदेन का आरोप लगाया था.
संजय राउत ने कहा था कि राज्य में एकनाथ शिंदे सरकार केंद्र के निर्देशानुसार काम कर रही है. उन्हीं (केंद्र) के दबाव में चुनाव आयोग ने भी ठाकरे गुट के खिलाफ फैसला सुनाया है. गृह मंत्री अमित शाह की उद्धव ठाकरे और पदाधिकारियों के खिलाफ आलोचना पर जब संजय राउत से सवाल किया गया तो उन्होंने इसे चापलूसी बताया था. राउत ने इस दौरान आपत्तिजनक बयान भी दिया था. उन्होंने कहा था कि दिल्ली में शिंदे सेना और मुख्यमंत्री सरकार की सिर्फ हथेली नहीं चाट रहे.
शिंदे गुट को मिला शिवसेना का दफ्तर
बता दें कि मंगलवार को ठाकरे गुट को एक और झटका लगा है. लोकसभा सचिवालय ने चुनाव आयोग द्वारा एकनाथ शिंदे गुट को रियल शिवसेना के रूप में मान्यता देने के निर्णय के बाद संसद भवन में शिवसेना कार्यालय भी इस गुट को आवंटित कर दिया. शिंदे गुट के नेता राहुल शेवाले द्वारा लिखे गए एक पत्र के जवाब में, लोकसभा सचिवालय ने कहा कि संसद भवन में शिवसेना कार्यालय के लिए नामित कमरा पार्टी को आवंटित कर दिया गया है.