
महाराष्ट्र के लातूर में लोदगा गांव से गुजरे हुए हाईवे का काम लंबे समय से अधूरा है. इसके चलते लोदगा गांव सहित आस-पास के गांव के लोगों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ता है. ऐसे में परेशान होकर लोदगा गांव के सरपंच ने इस काम को पूरा करने की मांग को लेकर कलेक्टर ऑफिस के सामने खुद पर डीजल डालकर आत्महत्या करने की कोशिश की.
आपको बता दें कि लातूर-जहीराबाद हाईवे का काम पिछले कई सालों से अधूरा है. इसकी वजह से वहां से गुजरने में ग्रामीणों को परेशानी होती है. खासतौर पर बारिश के मौसम में ग्रामीणों की मुश्किलें बढ़ जाती हैं. इस बार ग्रामीण चाहते हैं कि बारिश के पहले ही इस सड़क के अधूरे काम को पूरा कर लिया जाए.
इन गांवों के ग्रामीण कर चुके हैं आंदोलन
इस अधूरे काम को पूरे करने की मांग को लेकर मसलगा, लोदगा, पानचिंचोली, निटूर गांवों के लोगों ने कई बार प्रशासन को आवेदन दिया है. मांग पूरी नहीं होने पर ग्रामीणों ने कई बार आंदोलन भी किया. हालांकि, इसके बावजूद भी अभी तक इस हाइवे के काम को पूरा नहीं किया गया है.
लिहाजा, आज इन गांवों के लोगों की ओर से जिला अधिकारी कार्यालय पर मार्च निकाला गया. इस दौरान मार्च में शामिल लोदगा गांव के सरपंच गोमारे अपनी मांग की अनसुनी होने पर क्षुब्द हो गए. उन्होंने वहीं आत्मदाह करने की कोशिश की. सरपंच गोमारे ने अपने ऊपर डीजल छिड़क लिया था.
मगर, इससे पहले कि वह पूरी बोतल का डीजल छिड़क पाते, मौके पर मौजूद पुलिसकर्मियों ने उनके हाथ से डीजल की बोतल छीन ली. इसके बाद उन्हें पकड़कर हिरासत में ले जाया गया है. घटना के बाद ग्रामीणों में काफी रोष है.