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'शिवसेना में विद्रोह को लेकर CM ठाकरे को सावधान किया था, पर वो माने ही नहीं...', अजीत पवार का दावा

एनसीपी के वरिष्ठ नेता अजित पवार से शुक्रवार को एक मीडिया संस्थान के साक्षात्कार के दौरान पूछा गया कि क्या एमवीए सरकार के लोगों को शिवसेना में विद्रोह के बारे में कोई आभास था. इसपर उन्होंने कहा कि उनके पास इस तरह की संभावना के बारे में बहुत पहले से सुराग था और ठाकरे को इसके बारे में सूचित किया गया था.

अजित पवार अजित पवार
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 04 फरवरी 2023,
  • अपडेटेड 11:20 AM IST

एनसीपी के वरिष्ठ नेता अजित पवार कहा कि राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष शरद पवार और पार्टी के कुछ अन्य लोगों ने तत्कालीन महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को उनके संगठन शिवसेना में संभावित विद्रोह के बारे में आगाह किया था, लेकिन उनको विश्वास था कि उनके विधायक कोई अतिवादी कदम नहीं उठाएंगे.

पिछले साल शिवसेना विधायकों ने किया था विद्रोह

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तत्कालीन कैबिनेट मंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में अविभाजित शिवसेना के विधायकों के एक वर्ग ने पिछले साल जून में ठाकरे के नेतृत्व के खिलाफ विद्रोह कर दिया था, जिससे महा विकास अघडी (एमवीए) गठबंधन सरकार गिर गई थी. इसके बाद बागी विधायकों ने शिंदे के नेतृत्व में सरकार बनाने के लिए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के साथ मिलकर काम किया.

'मुझे तो इसका पहले से सुराग था'

अजित पवार से शुक्रवार को एक मीडिया संस्थान के साक्षात्कार के दौरान पूछा गया कि क्या एमवीए सरकार के लोगों को शिवसेना में विद्रोह के बारे में कोई आभास था. इसपर उन्होंने कहा कि उनके पास इस तरह की संभावना के बारे में बहुत पहले से सुराग था और ठाकरे को इसके बारे में सूचित किया गया था. पवार साहब (शरद पवार) ने खुद ठाकरे को सूचित किया था. पवार साहब ने ठाकरे को फोन भी किया था और उन्हें इसके बारे में बताया था. हालांकि, उद्धवजी ने कहा था कि उन्हें अपने विधायकों पर भरोसा है और उन्हें विश्वास है कि वे इस तरह की हरकत नहीं करेंगे. 

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'विद्रोह से पहले कोई तत्परता नहीं दिखाई गई'

पूर्व डिप्टी सीएम ने कहा कि जब 15 से 16 बागी शिवसेना विधायकों का पहला समूह शिंदे के साथ गया, तब शेष झुंड को एक साथ रखने की तत्काल आवश्यकता थी. लेकिन ऐसी कोई तत्परता नहीं दिखाई गई और विधायकों को जहां जाना था जाने दिया गया. अंत में शिवसेना के 55 में से 40 विधायक शिंदे खेमे में शामिल हो गए. उन्होंने कहा, "विधायकों के विश्वास को तोड़ने का प्रयास किया गया था. हम कह सकते हैं कि कुछ लोग असावधान रहे."

'मैंने उद्धव जी को इसके बारे में चेतावनी दी थी पर..'

पवार से पूछा गया कि उन्हें ये कब पता चला कि ठाकरे के नेतृत्व वाली पार्टी में संकट पैदा हो रहा है? इसपर अजीत पवार ने दावा किया, "मैंने उद्धव जी को इसके बारे में चेतावनी दी थी. उद्धवजी ने कहा कि उन्होंने भी ऐसा ही सुना है और मुझसे कहा है कि वह एकनाथ शिंदे से बात करेंगे. उन्होंने कहा था कि यह पार्टी का आंतरिक मामला है और वह इसे सुलझा लेंगे."

 

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