
NCP प्रमुख शरद पवार ने कहा कि विपक्षी पार्टियां अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव में BJP का विकल्प तैयार कराने की इच्छुक हैं और प्रधानमंत्री पद के लिए किसी चेहरे को पेश करना कोई मुद्दा नहीं है. पवार ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए कहा कि वह 23 जून को पटना में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा बुलाई गई विपक्षी नेताओं की बैठक में शामिल होंगे और बीजेपी के खिलाफ संयुक्त लड़ाई लड़ने की रणनीति तैयार करेंगे.
एनसीपी सुप्रीमो ने कहा कि प्रधानमंत्री पद का चेहरा हमारे सामने कोई मुद्दा नहीं है. उन्होंने कहा कि 1977 में भी किसी को प्रधानमंत्री के रूप में पेश नहीं किया गया था. जनता पार्टी चुनाव जीती और मोरारजी देसाई को प्रधानमंत्री बनाया गया. उन्होंने कहा कि अगर यह 1977 में हो सकता था, तो अब क्यों नहीं हो सकता? हमारी जिम्मेदारी है कि हम इस देश के लोगों को भाजपा का विकल्प मुहैया कराएं.
पवार ने जोर देकर कहा कि लोकसभा चुनाव में प्रधानमंत्री पद के लिए चेहरा पेश करना जरूरी नहीं है. पवार ने कहा लोगों के सामने एक विकल्प पेश करने की जरूरत है. अगर हम एक साथ चुनाव लड़ते हैं, तो हम वह विकल्प प्रदान करने में सक्षम होंगे. इसके नतीजे भविष्य में चीजें तय करेंगे. पवार ने कहा कि भाजपा के खिलाफ संयुक्त विपक्षी उम्मीदवार खड़ा करने का सुझाव दिया गया है और इस मुद्दे पर 23 जून को पटना में होने वाली बैठक में चर्चा की जाएगी.
उन्होंने कहा कि पटना में होने वाली बैठक एक नई दिशा देगी, क्योंकि लोग बदलाव चाहते हैं. हम लोगों की उम्मीदों पर खरा उतरने के लिए गंभीर प्रयास करेंगे.
वहीं, महाराष्ट्र में सांप्रदायिक हिंसा की घटनाओं पर पवार ने कहा कि राज्य के लोग ऐसी विभाजनकारी राजनीति को खारिज कर देंगे. जैसे उन्होंने कर्नाटक में किया. एनसीपी प्रमुख ने आरोप लगाया कि बीजेपी और उसके सहयोगी संगठन महाराष्ट्र में माहौल खराब कर रहे हैं.
पवार ने कहा कि मुझे विश्वास है कि महाराष्ट्र के लोग भी इसे स्वीकार नहीं करेंगे. सोशल मीडिया पर उन्हें मिल रही धमकियों पर पवार ने कहा कि उन्हें महाराष्ट्र पुलिस पर भरोसा है और उन्हें भरोसा है कि वह अपना काम ईमानदारी से करेगी.