
महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने शुक्रवार को कहा कि पार्टी कार्यकर्ताओं पर हमलों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. शिवेसना चीफ शुक्रवार को पार्टी के भायखला ऑफिस का दौरा करने पहुंचे थे. यहां उन्होंने शिवसेना कार्यकर्ता बबन गांवकर से मुलाकात की, जिन पर गुरुवार को देर रात अज्ञात लोगों ने हमला कर दिया था.
दक्षिण मुंबई के भायखला से यामिनी जाधव विधायक हैं, जो शिवसेना के बागी विधायकों में से एक हैं और अब वो महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के गुट में शामिल हो गई हैं. पीड़ित कार्यकर्ता से मिलने के बाद उद्धव ठाकरे ने कहा कि "शिवसेना कार्यकर्ताओं के जीवन से खिलवाड़ करने की कोशिश को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. अगर पुलिस दोषियों को सजा नहीं दे सकती है तो शिवसेना कार्यकर्ता ऐसा करेंगे. पुलिस को राजनीति में नहीं आना चाहिए."
शिवसेना में पड़ी फूट से कार्यकर्ता भी प्रभावित हुए और अलग-अलग गुटों में बंट गए. अब दोनों गुट के कार्यकर्ता आपस में झगड़ा कर रहे हैं. पिछले महीने एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में कई विधायकों ने बगावत कर दी थी, जिसके बाद वो सूरत, गुवाहाटी और फिर बाद में गोवा चले गए थे. एकनाथ शिंदे ने बाद में बीजेपी के साथ मिलकर सरकार बना ली और इस सरकार में देवेंद्र फडणवीस भी डिप्टी सीएम बन गए.
2019 में बीजेपी के साथ लड़ा था चुनाव
बता दें कि 2019 में बीजेपी और शिवसेना गठबंधन में साथ रहते हुए विधानसभा चुनाव लड़ा था. चुनाव में मिली प्रचंड जीत के बाद मुख्यमंत्री पद को लेकर शिवसेना ने बीजेपी से नाता तोड़कर अपनी विरोधी रही कांग्रेस और एनसीपी के साथ हाथ मिलाकर सरकार बना ली थी, लेकिन ढाई साल के बाद मंत्री एकनाथ शिंद बागी हो गए और दो तिहाई विधायकों को साथ लेकर उद्धव सरकार की सत्ता से विदाई की पटकथा लिख दी.