
महाराष्ट्र में शिवसेना कार्यकर्ताओं द्वारा ठाकरे मेमोरियल की दूध और गोमूत्र से 'शुद्धि' करने का मामला सामने आया है. ऐसा केंद्रीय मंत्री नारायण राणे द्वारा वहां जाने के बाद किया गया. बता दें कि नारायण राणे गुरुवार दोपहर को शिवसेना सुप्रीमो दिवंगत बाल ठाकरे के मेमोरियल गए थे. इसके बाद शाम को शिवसेना कार्यकर्ताओं ने उसका 'शुद्धिकरण' कर दिया.
बता दें कि नारायण राणे लम्बे वक्त तक शिवसेना में रहे. उन्होंने साल 2005 में शिवसेना छोड़ी. फिलहाल वह बीजेपी में हैं और सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्री हैं. गुरुवार को उन्होंने राज्य में जन आशीर्वाद यात्रा शुरू की है. यात्रा से पहले वह शिवाजी पार्क में स्थित ठाकरे मेमोरियल गए थे.
शिवसेना नेताओं ने किया था विरोध
नारायण राणे के ठाकरे मेमोरियल जाने का शिवसेना नेता विरोध कर रहे थे. उनका आरोप था कि राणे ने बालासाहेब ठाकरे को धोखा (पार्टी छोड़कर) दिया है, इसलिए उन्हें मेमोरियल में जाने का अधिकार नहीं है. राणे के वहां पहुंचने से पहले ही शिवसेना के सांसद विनायक राउत ने कहा था कि केंद्रीय मंत्री नारायण राणे को दिवंगत बाल ठाकरे के स्मारक जाने का कोई नैतिक अधिकार नहीं है क्योंकि उन्होंने ‘शिवसेना को तोड़ कर’ पार्टी के संस्थापक को गहरी पीड़ा पहुंचाई थी.
बता दें कि राणे बालासाहेब के चहेते नेताओं में से एक थे. वह 1999 में महाराष्ट्र के सीएम भी रहे. पिछले कई सालों ने राणे लगातार अलग-अलग मसलों पर उद्धव ठाकरे पर निशाना साध रहे हैं. महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री राणे पहले शिवसेना में थे जो बाद में कांग्रेस में और फिर, 2019 में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल हो गए.