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महाराष्ट्र: एंबुलेंस के लिए नहीं थे पैसे, कड़ाके की ठंड में बेटे के शव को बाइक पर बांधकर ले गया पिता

पिता ने बेटे के शव को गांव तक ले जाने के लिए अस्पताल प्रशासन से एंबुलेंस मांगी. लेकिन इसका किराया करने के लिए उसके पास पैसे कम थे. जिस कारण उसे अपने बेटे के शव को मोटरसाइकिल पर बांधकर अस्पताल से घर ले जाने को मजबूर होना पड़ा.

(सांकेतिक फोटो) (सांकेतिक फोटो)
aajtak.in
  • पालघर ,
  • 28 जनवरी 2022,
  • अपडेटेड 1:44 PM IST
  • सोशल मीडिया पर फोटो वायरल होने के बाद चर्चा में अया मामला
  • जिला स्वास्थ्य अधिकारी के आदेश पर शुरू हुई जांच

महाराष्ट्र के पालघर से हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है. जहां पर एक पिता को अपनी 6 साल की मासूम बेटे के शव को अंतिम संस्कार के लिए बाइक पर बांधकर अस्पताल से 30 किलोमीटर दूर अपने गांव ले जाना पड़ा. यह मामला मोखाड़ा तहसील के पायरवाड़ी गांव है. जब पूरा देश 73वां गणतंत्र दिवस मना रहा था उसी शाम मुंबई से सटे पालघर में यह घटना हुई. 

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एक आदिवासी गांव में रहने वाले युवक को अपने छह साल के बेटे के शव को मोटरसाइकिल पर बांध कर घर ले जाने के लिए इसलिए मजबूर होना पड़ा. क्योंकि उसके पास एंबुलेंस को देने के लिए रुपये नहीं थे. पालघर जिले के जव्हार तहसील के पयारवाड़ी अस्पताल में 6 साल मासूम बच्चे का इलाज चल रहा था. इस दौरान बच्चे की मौत हो गई थी. पिता ने शव को गांव तक ले जाने के लिए अस्पताल प्रशासन से एंबुलेंस मांगी. पर इसका भुगतान करने के लिए उसके पास पैसे कम थे. जिसके कारण उसे एंबुलेंस देने से इनकार कर दिया गया और शव को मोटरसाइकिल पर ले जाने के लिए मजबूर होना पड़ा. 

मजबूर पिता ने रात के समय कड़ाके की ठंड में अपने बच्चे का शव बाइक पर बांधा और 30 किलोमीटर दूर अपने गांव ले गया. इस घटना की तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं. सोशल मीडिया पर लोग जमकर गुस्सा उतार रहे हैं और आरोपियों के खिलाफ शख्त सजा की मांग कर रहे हैं. 

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बाइक पर बांधकर 30 किलोमीटर शव लेकर गया शख्स

इस घटना पर जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉक्टर दयानंद सूर्यवंशी ने कहा कि मामले की जांच की जा रही है. लेकिन आम तौर पर एंबुलेंस का इस्तेमाल शव को ले जाने के लिए नहीं होता है. ड्राइवरों को गांव में जाने के लिए दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. इसलिए गांव नहीं जाते हैं, कई बार ड्राइवरों के साथ मारपीट भी गई है. 

(इनपुट- हुसैन खान)

 

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