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'औरंगजेब पर बयान तोड़-मरोड़ कर पेश किया गया, वापस हो मेरा निलंबन', अबू आजमी की स्पीकर से गुहार

अबू आजमी ने विधानसभा स्पीकर राहुल नार्वेकर को पत्र लिखकर अपने निलंबन को रद्द करने की गुजारिश की. अबू ने बताया कि उन्होंने छत्रपति शिवाजी महाराज और औरंगजेब पर कोई ऐसा बयान नहीं दिया है, जिसे आधार बनाकर उन्हें महाराष्ट्र विधानसभा के बजट सत्र से निलंबित किए जाए.

समाजवादी पार्टी के विधायक अबू आजमी (पीटीआई) समाजवादी पार्टी के विधायक अबू आजमी (पीटीआई)
विद्या
  • मुंबई,
  • 07 मार्च 2025,
  • अपडेटेड 7:53 PM IST

महाराष्ट्र में मुगल बादशाह औरंगजेब और छत्रपति शिवाजी महाराज की विरासत को लेकर सियासत गरम है. समाजवादी पार्टी के विधायक अबू आजमी ने विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर को पत्र लिखकर सफाई दी है. उन्होंने कहा कि जिस बयान के आधार पर उन्हें बजट सत्र के लिए निलंबित किया गया, वह गलत तरीके से दिखाया गया. 

विधानसभा अध्यक्ष को लिखे पत्र में अबू ने कहा, "उन्होंने छत्रपति शिवाजी महाराज के खिलाफ कोई बयान नहीं दिया. बल्कि, उनके बयान को मीडिया द्वारा तोड़-मरोड़कर पेश किया गया.

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पत्र में अबू आजमी ने क्या सफाई दी?

अबू आजमी ने बताया कि मीडिया ने उनसे सवाल किया था कि असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा शर्मा ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी की तुलना औरंगजेब से की. जिसके जवाब में उन्होंने कई इतिहासकारों के संदर्भ देते हुए जवाब दिया था. 

यह भी पढ़ें: 'क्या दो तरह के कानून हैं?' औरंगजेब प्रेम पर सस्पेंड हुए सपा विधायक अबू आजमी का सवाल

स्पीकर को लिखे पत्र में अबू आजमी ने कहा, 'इतिहासकारों के आधार पर कहा था कि औरंगजेब एक योग्य एडमिनिस्ट्रेटर थे और शिवाजी से उनका संघर्ष धर्म के लिए नहीं हुआ था. दोनों के बीच सत्ता और भू-भाग के लिए संघर्ष हुआ था.'

 

अबू आजमी का पत्र

अबू आजमी ने यह भी कहा कि उनका मानना है कि औरंगजेब के शासनकाल के दौरान भारत की सीमा अफगानिस्तान और बर्मा (आज का म्यांमार) तक थी. देश उस समय समृद्ध था, इसलिए अंग्रेज यहां शासन करने की योजना बनाई. 

 

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अबू ने अपने बयान को पूरी तरह से ऐतिहासिक तथ्यों पर आधारित बताते हुए बोले- किसी भी महान हस्ती का अपमान नहीं किया गया. बयान को बढ़ा-चढ़ाकर पेश किया गया और मीडिया ने उन्हें गलत तरीके से उद्धृत किया. मुंह में ऐसे शब्द डाले, जो उन्होंने कभी कहे ही नहीं. इससे उनकी छवि को नुकसान पहुंच रहा. इसलिए विधानसभा से निलंबन रद्द कर दिया जाए. 

यह भी पढ़ें: 'अबू आजमी को इशारा कर दिया है, जो संभाजी का अपमान करेगा उसे...', शिंदे की वॉर्निंग

बता दें कि अबू के उस विवादास्पद टिप्पणी के बाद बीजेपी लगातार समाजवादी पार्टी पर हमला बोल कर रही है. सपा सांसद वीरेंद्र सिंह ने भी अबू को संभलकर बात करनी की सलाह दी. तो वहीं सीएम देवेन्द्र फडणवीस ने सदन में ही कहा था कि आजमी को 100 फीसदी गिरफ्तार कर जेल भेज जाएगा. मंत्री चंद्रकांत पाटिल ने विधानसभा सत्र से अबू आजमी को सस्पेंड करने के लिए प्रस्ताव पेश किया था.
 

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