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विधायकों की अयोग्यता पर फैसले से पहले उद्धव ठाकरे को भावी मुख्यमंत्री बता गए स्पीकर, फिर सुधारी गलती

महाराष्ट्र में शिवसेना विधायकों के अयोग्यता नोटिस पर फैसले से पहले उद्धव ठाकरे ने स्पीकर और सीएम की मुलाकात पर सवाल उठाए. उद्धव ने फिक्सिंग की आशंका जाहिर की तो स्पीकर ने इसे संविधान का अपमान बताया है. स्पीकर इस दौरान उद्धव को भावी मुख्यमंत्री बता गए. हालांकि, तुरंत ही उन्हें गलती का एहसास हो गया और उन्होंने इसे सुधार भी लिया.

महाराष्ट्र विधानसभा के स्पीकर राहुल नार्वेकर (फाइल फोटो) महाराष्ट्र विधानसभा के स्पीकर राहुल नार्वेकर (फाइल फोटो)
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 10 जनवरी 2024,
  • अपडेटेड 12:37 PM IST

महाराष्ट्र में शिवसेना के बागी विधायकों की अयोग्यता को लेकर नोटिस पर आज फैसला आना है. फैसले से पहले उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाले गुट ने फिक्सिंग का आरोप लगाया है. उद्धव ठाकरे ने फैसले से दो दिन पहले सीएम एकनाथ शिंदे और स्पीकर राहुल नार्वेकर की मुलाकात पर सवाल उठाए हैं. उन्होंने कहा है कि मैं भी मुख्यमंत्री था, स्पीकर को जब मिलना होता है तो वह उठकर नहीं जाता बल्कि मुख्यमंत्री को बुला लेता है. यह बस स्पीकर और मुख्यमंत्री नहीं हैं. स्पीकर ट्रिब्यूनल हैं और मुख्यमंत्री आरोपी है. क्या एक जज एक आरोपी से मिल सकता है? यह आशंका आती है कि क्या कोई मिलीभगत तो नहीं है?

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वहीं, स्पीकर ने उद्धव ठाकरे के आरोप खारिज कर दिए हैं. स्पीकर राहुल नार्वेकर ने उद्धव के आरोप खारिज करते हुए इसे संविधान का अपमान बताया है. उन्होंने एक दिन पहले ही गोवा जाते समय एयरपोर्ट के लाउंज में अनिल देसाईं और जयंत पाटिल के साथ मुलाकात और बातचीत का जिक्र किया और कहा कि क्या इसका मतलब है किसी और मुद्दे पर बात हुई? स्पीकर ने उद्धव ठाकरे के आरोप बेबुनियाद बताते हुए कहा कि इस तरह के बयानों का एक ही हेतु होता है, निर्णय प्रक्रिया पर दबाव डालना.

उद्धव ठाकरे (फाइल फोटो)

स्पीकर नार्वेकर इस दौरान उद्धव ठाकरे को भावी मुख्यमंत्री भी बोल गए और तुरंत ही गलती का एहसास होने पर उसे सुधार लिया. उन्होंने कहा, "मैं समझता हूं जो व्यक्ति भावी मुख्यमंत्री, अ... भावी नहीं उसको क्या बोलते हैं भूपतपूर्व. भूतपूर्व मुख्यमंत्री रहा है, उसे तो मालूम होना चाहिए कि विधानसभा अध्यक्ष का कार्य क्या रहता है, उनकी जिम्मेदारियां क्या रहती हैं."

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सीएम एकनाथ शिंदे (फाइल फोटो)

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स्पीकर नार्वेकर ने आगे कहा कि विधानसभा अध्यक्ष और मुख्यमंत्री, दोनों विधिमंडल बोर्ड के सदस्य रहते हैं. कुछ महत्वपूर्ण निर्णय विधिमंडल बोर्ड के बारे में लेने होते हैं तब दोनों में चर्चा अपेक्षित होती है. गौरतलब है कि उद्धव ठाकरे ने सीएम शिंदे और राहुल नार्वेकर की अयोग्यता नोटिस से दो दिन पहले हुई मुलाकात पर सवाल उठाते हुए आपत्ति जताई थी. उन्होंने कहा था कि यह दोनों बस स्पीकर-मुख्यमंत्री नहीं हैं. स्पीकर ट्रिब्यूनल हैं.

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राहुल नार्वेकर ने तब सफाई देते हुए कहा था कि मैं भी एक विधायक हूं, मेरी विधानसभा क्षेत्र के भी काम होते हैं. लोगों के काम होते हैं. बता दें कि एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में 40 विधायकों ने बगावत कर दी थी जिसके बाद उद्धव ठाकरे को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा था. उद्धव गुट ने चार ग्रुप में शिंदे गुट के विधायकों के खिलाफ अयोग्यता का नोटिस दिया है. शिंदे गुट ने भी दो ग्रुप में अयोग्यता नोटिस दिया है. जानकारी के मुताबिक कुल 34 विधायकों के खिलाफ अयोग्यता नोटिस पर फैसला आना है.

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