Advertisement

45 ट्वीट किए, मदद नहीं मिली तो लिखा- पीयूष गोयल जी आपसे अच्छे प्रभु थे

मोहन ने ट्विटर अकाउंट से 6 घंटे तक लगातार रेलमंत्री पीयूष गोयल को 45 बार ट्वीट किए. इसके बावजूद उन्हें कोई मदद नहीं मिली. वो कई घंटे तक ट्रेन में टीसी की तलाश करते रहे पर उन्हें कोई रेल कर्मी नहीं मिला.

पियूष गोयल और सुरेश प्रभु. पियूष गोयल और सुरेश प्रभु.
आदित्य बिड़वई
  • ,
  • 24 अक्टूबर 2017,
  • अपडेटेड 1:41 PM IST

जयपुर-मैसूर सुपरफास्ट एक्सप्रेस में सफर कर रही एक महिला के पति ने मदद के लिए रेल मंत्री पीयूष गोयल को 45 बार ट्वीट किया, लेकिन जब उसे मदद नहीं मिली तो उसने गुस्सा निकालते हुए यह लिख दिया कि आपसे अच्छे तो सुरेश प्रभु थे जो समय पर मदद करते थे.

मामला महाराष्ट्र के नागपुर का है. यहां मोहन फकीरचंद की पत्नी ज्योति और उनका बेटा नागपुर से कोटा जाने के लिए ट्रेन में बैठे. उन्हें कोच एस 4 में 63 नंबर बर्थ आरएसी में मिली थी. इस सीट पर कुछ यात्री बैठने नहीं दे रहे थे.

Advertisement

परेशान ज्योति ने ये बात पति मोहन को बताई. इसके बाद मोहन ने ट्विटर अकाउंट से 6 घंटे तक लगातार रेलमंत्री पीयूष गोयल को 45 बार ट्वीट किए. इसके बावजूद उन्हें कोई मदद नहीं मिली. वो कई घंटे तक ट्रेन में टीसी की तलाश करते रहे पर उन्हें कोई रेल कर्मी नहीं मिला.

इससे नाराज होकर मोहन ने पीयूष गोयल को ट्वीट किया कि,  "आपसे अच्छा मैनेजमेंट तो पूर्व रेल मंत्री सुरेश प्रभु का था. यदि वो आज मंत्री होते तो मेरे समस्या का समाधान हो जाता."

इसके कई घंटे बाद रेलवे की नींद खुली और उन्होंने ट्वीट का रिप्लाई किया. हालांकि, महिला की समस्या का समाधान हुआ या नहीं इस बारे में पुष्टि नहीं हो सकी है.

मालूम हो कि पूर्व रेल मंत्री सुरेश प्रभु ट्विटर के जरिए यात्रियों को मदद पहुंचाने के लिए मशहूर हुए थे. चलती ट्रेन में बच्ची को दूध पहुंचाने का मामला हो, बुजुर्ग के लिए इलाज का इंतजाम या मनचलों की हरकतों पर लगाम लगाना. एक ट्वीट पर सुरेश प्रभु की मदद पहुंच जाती थी.

Advertisement

उनकी इस ट्विटर मुहिम से कई यात्रियों को फायदा पहुंचा था. यही नहीं, पूरा रेलवे अमला भी ट्विटर पर हरदम नजरें जमाए रखता था. पीयूष गोयल के रेल मंत्री बनने के बाद ऐसे कई मामले सामने आए जिसमें ट्विटर पर मांगी गई मदद लोगों तक नहीं पहुंची.

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement