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हुलिया बदला, डेढ़ महीने निगरानी, फिर रेड... वाराणसी के गांव में चल रही थी ड्रग्स फैक्ट्री, 28 करोड़ की सामग्री मिली

मुंबई से सटे ठाणे की क्राइम ब्रांच (Thane crime branch) ने यूपी के वाराणसी में ड्रग्स (drugs) को लेकर बड़ी कार्रवाई की है. यहां एक गांव में ड्रग्स बनाने की फैक्ट्री चल रही थी. महाराष्ट्र पुलिस (Maharashtra police) ने जब गांव में रेड की तो हड़कंप मच गया. पुलिस ने मौके से ड्रग्स सहित करीब 28 करोड़ की सामग्री जब्त की है.

वाराणसी के गांव में पकड़ी गई ड्रग्स फैक्ट्री. वाराणसी के गांव में पकड़ी गई ड्रग्स फैक्ट्री.
aajtak.in
  • ठाणे/वाराणसी,
  • 20 मार्च 2024,
  • अपडेटेड 7:43 AM IST

उतर प्रदेश के वाराणसी (varanasi) में ठाणे क्राइम ब्रांच (Thane Crime branch) ने छापेमारी कर ड्रग्स फैक्ट्री (drugs factory) पकड़ी है. यहां दो आरोपियों को पुलिस ने अरेस्ट किया है. अधिकारियों का कहना है कि फैक्ट्री से ड्रग्स (drugs) बनाने की सामग्री व मशीनरी सहित करीब 28 करोड़ रुपये की चीजें जब्त की गईं हैं. आरोपी यहां एमडी ड्रग्स तैयार कर रहे थे. मुंबई के पास ठाणे क्राइम ब्रांच ने वाराणसी में करीब डेढ़ महीने तक हुलिया बदलकर निगरानी रखी, इसके बाद कार्रवाई को अंजाम दिया.

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अधिकारियों के मुताबिक, इस कहानी की शुरुआत 24 जनवरी 2024 से लेकर 13 फरवरी 2024 तक के बीच शुरू हुई. सूचना के बाद पुलिस ने चार आरोपियों को ड्रग्स तस्करी मामले में पहले मुंबई से सटे वसई-नालासोपारा से गिरफ्तार किया.

गिरफ्तार आरोपियों में 22 वर्षीय आफताब अजीज मलाडा निवासी वसई,पाम कोर्ट नालासोपारा, 27 वर्षीय जयनाथ चांदबली यादव उर्फ कांचा निवासी सागर अपार्टमेंट नालासोपारा वसई, 32 वर्षीय शेर बहादुर राधेश्याम सिंग उर्फ अंकित निवासी शिवदर्शन बिल्डिंग ओसवालनगर नालासोपारा वसई और 48 वर्षीय हुसैन सलीम सैय्यद निवासी ओमकार अपार्टमेंट राजन पाड़ा नालसोपारा शामिल हैं.

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गिरफ्तारी के दौरान आरोपियों के पास से 481 ग्राम एमडी (मेफेड्रान ड्रग्स - क्रिस्टल पाउडर) जब्त किया गया है. इसकी कीमत करीब 1405000 बताई गई है. पुलिस ने जब गिरफ्त में आए आरोपियों से पूछताछ की ड्रग्स के इस कारोबार की कई और कड़ियां खुल गईं.

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पुलिस को ओम गुप्ता उर्फ मोनू नाम के आरोपी के बारे में पता चला. जब मोनू को लेकर छानबीन की गई तो पता चला कि वह अपने अन्य सहयोगियों के साथ यूपी के वाराणसी में भगवतीपुर गांव में रह रहा है. इसी गांव में प्रदीप प्रजापति का एक मकान है, जिसमें मेफेड्रान ड्रग्स बनाने की फैक्ट्री चल रही है. 

यह पूरी जानकारी मिलने पर क्राइम ब्रांच की टीम अपने दर्जनों अधिकारियों के साथ तकरीबन डेढ़ महीने तक वाराणसी में रही और ड्रग्स तस्करों पर निगाह रखी. कई अधिकारियों ने महीनेभर अपना हुलिया और पहनावा बदलकर गांव में फैक्ट्री पर नजर रखी. पुलिस जिन दो आरोपियों की तलाश कर रही थी, उसमें आरोपी ओम गुप्ता और उसका सहयोगी प्रदीप प्रजापति था.

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ठाणे क्राइम ब्रांच ने फैक्ट्री में छापेमारी की तो वहां से बड़ी मात्रा में क्रिस्टल पाउडर मिला, जिसका इस्तेमाल बड़े पैमाने पर मेफेड्रान यानी नशे के लिए ड्रग्स बनाने में किया जा रहा था. फैक्ट्री में ड्रग्स तैयार करने सामग्री और मशीनरी मिली है. पुलिस ने मौके से 36 वर्षीय अतुल अशोक कुमार सिंह निवासी तालुका पिंडरा के पुयारीकला और 38 वर्षीय संतोष गुप्ता निवासी पिढ़रा तालुका के तिवारीपुर गांव को गिरफ्तार कर लिया.

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दो करोड़ से ज्यादा की तैयार की गई एमडी ड्रग्स मिली

फैक्ट्री से 2,645 किलोग्राम तैयार एमडी ड्रग्स मिली, जिसकी इंटरनेशनल मार्केट में कीमत 2 करोड़ 64 लाख 50 हजार आंकी गई है. फैक्ट्री में अलग अलग रासायनिक पदार्थ से मिश्रित पाउडर रखे थे, उनकी कीमत करीब 25 करोड़ बताई जा रही है, जिससे तकरीबन 25 किलोग्राम एमडी ड्रग्स तैयार हो सकती थी.

फैक्ट्री से 27 करोड़  78 लाख 55 हजार कीमत का सामान जब्त किया गया है. वहीं 8 लाख 62 हजार 902 रुपये के अन्य सामान मिला है. इसके अलावा 7 लाख कीमत की एक कार बरामद की गई है. इस दौरान वाराणसी के स्पेशल ट्रांसपोर्ट की टीम, यूपी के एडिशनल पुलिस आयुक्त विनोद कुमार सिंह के साथ दर्जनों अधिकारी साथ रहे.

रिपोर्टः विक्रांत चौहान

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