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'पुलवामा हमले में इस्तेमाल विस्फोटक नागपुर से भेजा गया था', कांग्रेस नेता नाना पटोले का सनसनीखेज दावा

अपने विवादित बयानों के चलते अक्सर सुर्खियों में रहने वाले महाराष्ट्र कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले ने अब पुलवामा हमले को लेकर सनसनीखेज बयान दिया है. नाना पटोले ने दावा किया है कि पुलवामा हमले में जो विस्फोटक प्रयोग हुआ था, वो नागपुर से आया था.

नाना पटोले बोले- पुलवामा आतंकी हमले में इस्तेमाल RDX नागपुर से गया था नाना पटोले बोले- पुलवामा आतंकी हमले में इस्तेमाल RDX नागपुर से गया था
योगेश पांडे
  • नागपुर,
  • 17 अप्रैल 2023,
  • अपडेटेड 9:57 AM IST

महाराष्ट्र प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले ने पुलवामा हमले को लेकर सनसनीखेज बयान दिया है. पटोले ने कहा कि पुलवामा में जो हमला हुआ था, उस दौरान जिन विस्फोटकों का इस्तेमाल हुआ था वो नागपुर से गए थे. पटोले ने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार ने अब तक कोई जांच नही की. पटोले ने यह बात रविवार को नागपुर में आयोजित महाविकास आघाडी की सभा के दौरान कही.

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क्या कहा पटोले ने

नाना पटोले ने अपने भाषण में कहा, 'पृथ्वीराज चव्हाण (कांग्रेस नेता) जी, ने अपने भाषण मे बताया कि कश्मीर के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने परसों जो कुछ खुलासा किया वो विस्फोटक बयान है. जिस प्रकार से पुलवामा में विस्फोट हुआ उसमें हमारे चालीस जवान शहीद हो गए. आपकी जानकारी के लिये बता दूं वो 300 किलो विस्फोटक था, जो नागपुर से लाया गया था. उसकी सीबीआई जांच होनी चाहिए. अब उस घटना को चार साल हो गए हैं. नागपुर से विस्फोटक गए वो कहां गए? भेजने वाला कौन था? इसकी जांच अब तक नहीं हुई. फिलहाल जो हालात हैं वो बहुत ही भयानक हैं.'

मलिक ने किया था ये दावा

दरअसल, जम्मू कश्मीर के पूर्व राज्यपाल रहे सत्यपाल मलिक ने एक इंटरव्यू में पुलवामा हमले की एक वजह केंद्र सरकार की खामी को बताया था.सत्यपाल मलिक जम्मू कश्मीर के केंद्र शासित प्रदेश बनने से पहले यहां के आखिरी राज्यपाल थे. जिस वक्त पुलवामा हमला हुआ, उस वक्त भी वह राज्यपाल के पद पर आसीन थे. एक इंटरव्यू के दौरान सत्यपाल मलिक ने उस वक्त के गृहमंत्री राजनाथ सिंह पर सवाल खड़े किए तो वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का भी जिक्र किया.

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क्या हैं सत्यपाल मलिक के दावे? 

जम्मू-कश्मीर के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने दावा किया कि सीआरपीएफ ने उनके लोगों को लाने-ले जाने के लिए एयरक्राफ्ट मांगा था, क्योंकि इतना बड़ा काफिला कभी रोड से नहीं जाता. मलिक ने दावा किया कि सीआरपीएफ ने गृह मंत्रालय से पूछा था, लेकिन उन्होंने एयरक्राफ्ट देने से मना कर दिया था. उन्होंने कहा कि अगर मुझसे पूछते तो मैं उनको (सीआरपीएफ) एयरक्राफ्ट देता, कैसे भी देता. सिर्फ पांच एयरक्राफ्ट की जरूरत थी. उनको एयरक्राफ्ट नहीं दिया गया.

कैसे हुआ था पुलवामा अटैक?

बता दें कि 14 फरवरी 2019 को दोपहर करीब 3:00 बजे जैश-ए-मोहम्मद (JeM) के एक आतंकवादी ने श्रीनगर-जम्मू नेशनल हाईवे पर केंद्रीय पुलिस बल (CPRF) के काफिले में विस्फोटक लेकर जा रहे एक वाहन को टक्कर मार दी थी. पुलवामा में पाकिस्तान समर्थित जैश-ए-मोहम्मद के आत्मघाती हमलावर द्वारा सीआरपीएफ के काफिले को निशाना बनाकर किए गए हमले में सीआरपीएफ के करीब 40 जवान शहीद हो गए थे. CRPF के काफिले में 78 बसें थीं. इस अटैक के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ गया था. इस काफिल में सीआरपीएफ के लगभग 2500 जवान जम्मू से श्रीनगर की यात्रा कर रहे थे. हालांकि भारत ने महज 12 दिनों में ही 'नापाक' पाक से बदला ले लिया. भारत ने 26 फरवरी को बालाकोट एयरस्ट्राइक करके जैश-ए-मोहम्मद के आतंकियों को ढेर कर दिया था.

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