
महाराष्ट्र के गढ़चिरौली जिले में शुक्रवार को दो कट्टर माओवादियों ने पुलिस और सीआरपीएफ के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया. इनमें 55 वर्षीय रामसु दुर्गू पोयम उर्फ नरसिंह और 25 वर्षीय रमेश कुंजाम उर्फ गोविंद शामिल हैं. रामसु पिछले 30 वर्षों से माओवादी गतिविधियों में सक्रिय था और 8 लाख रुपये का इनाम घोषित था. वहीं, रमेश कुंजाम पर 2 लाख रुपये का इनाम था.
रामसु दुर्गू पोयम का माओवादी सफर
* 1992 में टिपागढ़ एलओएस में सदस्य के रूप में भर्ती हुए और 1995 तक काम किया.
* 1995 में 1996 तक माओवादी प्रशिक्षण कार्यक्रमों को सुरक्षा प्रदान करने के लिए काकुर एलओएस में काम किया.
* 1996 से 1998 तक वह फिर से टिपागढ़ एलओएस में सक्रिय था.
* 1998 में माड क्षेत्र (छत्तीसगढ़) में स्थानांतरित हो गया और 2001 तक आपूर्ति टीम में काम किया.
* 2001 से 2002 तक वह प्रेस टीम के साथ प्रशिक्षण में लगा हुआ था.
* 2002 में एरिया कमेटी मेंबर (एसीएम) के पद पर पदोन्नत हुए और 2005 तक कोडटामरका के गांव के आसपास कृषि गतिविधियों में माओवादियों के लिए काम किया.
* 2005 से 2010 तक डुमनार, फरसगांव और कोडेनार के गांवों में माओवादियों के लिए कृषि गतिविधियों में शामिल रहा.
* 2010 से लेकर आज तक उन्होंने कुतुल और नेलनार एलओएस में एरिया कमेटी मेंबर (एसीएम) के पद पर काम किया है.
वहीं, रामसु दुर्गू पोयम उर्फ नरसिंह के खिलाफ कुल 12 अपराध दर्ज हैं, जिनमें से 6 मुठभेड़, 5 हत्या और 1 डकैती के अपराध हैं.
ये भी पढ़ें- महाराष्ट्र: गढ़चिरौली में सुरक्षाबलों का बड़ा ऑपरेशन, एनकाउंटर में मार गिराए 4 नक्सली
रमेश कुंजाम उर्फ गोविंद का सफर
* 2019 में वह मिलिशिया सदस्य के रूप में माओवादियों के लिए काम कर रहा था.
* 2020 में चेतना नाट्य मंच (सीएनएम) के सदस्य के रूप में भर्ती हुआ और माओवादी गतिविधियों में सक्रिय हो गया.
* 2021 में कुतुल एलओएस के सदस्य के रूप में भर्ती हुआ और आज तक सक्रिय था.
वहीं, महाराष्ट्र सरकार ने रामसु दुर्गू पोयम उर्फ नरसिंह पर 6 लाख रुपए का इनाम घोषित किया था. महाराष्ट्र सरकार ने रमेश शामू कुंजाम उर्फ गोविंद उर्फ रोहित पर 2 लाख रुपए का इनाम घोषित किया था. आत्मसमर्पण के बाद रामसु दुर्गू पोयम उर्फ नरसिंह को पुनर्वास के लिए केंद्र सरकार और महाराष्ट्र सरकार द्वारा घोषित इनाम के रूप में 4.5 लाख रुपए मिलेंगे. आत्मसमर्पण के बाद रमेश शामू कुंजाम उर्फ गोविंद उर्फ रोहित को पुनर्वास के लिए केंद्र सरकार और महाराष्ट्र सरकार द्वारा घोषित इनाम के रूप में 4.5 लाख रुपए मिलेंगे.
पुनर्वास नीति का असर
दरअसल, गढ़चिरौली पुलिस द्वारा चलाए जा रहे माओवादी विरोधी अभियानों में तेजी लाने और माओवादियों को आत्मसमर्पण करने और सम्मानजनक जीवन जीने के लिए महाराष्ट्र सरकार द्वारा प्रदान किए गए सुनहरे अवसर के कारण वर्ष 2022 से अब तक 33 कट्टर माओवादियों ने गढ़चिरौली पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण किया है, जिसमें से 20 कट्टर माओवादियों ने इस वर्ष ही आत्मसमर्पण किया है.
यह कार्रवाई नागपुर के विशेष पुलिस महानिरीक्षक (एएनओ) श्री संदीप पाटिल, गढ़चिरौली रेंज के डीआईजी श्री अंकित गोयल, सीआरपीएफ के डीआईजी (ऑपरेशन) श्री अजय कुमार शर्मा, गढ़चिरौली के एसपी श्री नीलोत्पल, 37 बटालियन सीआरपीएफ के प्रभारी कमांडेंट श्री सुजीत कुमार के मार्गदर्शन में की गई.
गढ़चिरौली के एसपी श्री नीलोत्पल ने आश्वासन दिया है कि लोकतंत्र के रास्ते अपनाते हुए आत्मसमर्पण करने और समाज की मुख्यधारा में शामिल होने के इच्छुक लोगों को सभी आवश्यक सहायता प्रदान की जाएगी. इसके अलावा उन्होंने सक्रिय माओवादियों से हिंसा का रास्ता छोड़कर शांति का रास्ता अपनाने और विकास की मुख्यधारा में शामिल होने की अपील की है.