
महाराष्ट्र की राजनीति में नारों की लड़ाई शुरू हो चुकी है. शिवसेना (यूबीटी) के प्रमुख उद्धव ठाकरे ने अपने समर्थकों से अपील की है कि वे सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी के नारे 'जय श्री राम' के जवाब में 'जय शिवाजी' और 'जय भवानी' जैसे नारों का इस्तेमाल करें.
उद्धव ने रविवार को एक सभा को संबोधित करते हुए कहा, 'अगर कोई 'जय श्री राम' कहता है, तो उसे 'जय शिवाजी' और 'जय भवानी' कहे बिना जाने न दें. बीजेपी ने हमारे समाज में जहर घोल दिया है. मैं बीजेपी को समाज के प्रति उनके किए गए कामों के लिए कड़ी चुनौती देने जा रहा हं.'
भारत-पाकिस्तान मैच को लेकर साधा निशाना
उन्होंने भारत-पाकिस्तान के बीच खेले जाने वाले क्रिकेट मैच का हवाला देते हुए कहा कि बीजेपी के नेताओं ने कभी पाकिस्तान के साथ खेल आयोजनों का विरोध किया था, जबकि अब भारत पाकिस्तान और बांग्लादेश दोनों के साथ क्रिकेट मैच खेल रहा है.
इस जुबानी जंग की शुरुआत हाल ही में तब हुई जब महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने विधानसभा में उद्धव ठाकरे का नाम लेकर एक टिप्पणी की. उन्होंने कहा, 'मैं उद्धव ठाकरे नहीं हूं जो परियोजनाओं को रोके रखूं.'
विधानसभा में आज पेश होगा बजट
जवाब में उद्धव ने कहा कि अगर फडणवीस उनसे आगे बढ़ने की चाहत रखते हैं तो उन्हें किसानों के लिए कर्ज माफी की घोषणा करनी चाहिए. उन्होंने कहा कि शिव भोजन और लड़की बहन योजनाओं जैसे कार्यक्रमों के लिए बजट में संशोधित धनराशि आवंटित करनी चाहिए. गौरतलब है कि महाराष्ट्र राज्य का वार्षिक बजट आज विधानसभा में पेश किया जाएगा.
उद्धव ठाकरे ने दावा किया कि उन्होंने अपने कार्यकाल के दौरान कुछ परियोजनाओं को रोका और अगर वह अधिक समय तक पद पर रहते तो मेट्रो 3 कारशेड को कंजूर मार्ग पर शिफ्ट कर देते. उन्होंने आरोप लगाया कि अब यह जमीन अडानी समूह को आवंटित की जा रही है.