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महाराष्ट्र में गणेश विसर्जन पर बवाल, आपस में भिड़े उद्धव-शिंदे के समर्थक, फायरिंग

गणेश विसर्जन के दौरान सीएम एकनाथ शिंदे और उद्धव ठाकरे के कार्यकर्ता भिड़ गए. दोनों पक्षों की ओर से पुलिस में शिकायत दर्ज कराई गई. पुलिस ने ठाकरे के पांच कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया गया था. जिन्हें जमानत मिल गई है. उधर, शिंदे के विधायक पर फायरिंग करने का आरोप है. पुलिस मामले की जांच में जुटी है.

पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे, मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे, मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे
पारस दामा
  • मुंबई,
  • 11 सितंबर 2022,
  • अपडेटेड 8:09 PM IST

महाराष्ट्र में मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के बीच तल्खी खत्म होने का नाम नहीं ले रही है. गणेश विसर्जन के दौरान एकनाथ शिंदे और उद्धव ठाकरे के कार्यकर्ता भिड़ गए. आरोप है कि शिंदे के विधायक सदा सरवणकर ने फायरिंग की. उधर, उद्धव ठाकरे के पांच कार्यकर्ताओं के खिलाफ शिकायत दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया गया. हालांकि, इन सभी को जमानत मिल गई है. जिसके बाद सभी उद्धव ठाकरे से मिलने पहुंचे.

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विधायक सदा सरवणकर पर फायरिंग का आरोप
मामले में दूसरे पक्ष की ओर से भी शिकायत दर्ज कराई गई. जिसमें शिंदे के विधायक सदा सरवणकर समेत अन्य के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है. ठाकरे के कार्यकर्ताओं ने विधायक सदा सरवणकर पर फायरिंग करने का आरोप भी लगाया है.

सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही पुलिस
पुलिस का कहना है कि मामले की जांच की जा रही है. अगर विधायक के पास लाइसेंसी हथियार है तो इसकी जानकारी नजदीकी पुलिस स्टेशन में मिल जाएगी. फायरिंग के आरोपों पर पुलिस का कहना है कि मामले में पर्याप्त साक्ष्य होने चाहिए कि ऐसी घटना हुई है. इसके लिए इलाके के सीसीटीवी फुटेज भी खंगाले जा रहे हैं.

सूत्रों का कहना है कि दोनों पक्षों के बीच झड़प उस वक्त हुई जब गणेश विसर्जन हो रहा था. इस घटना के बाद एक बार फिर शनिवार को दोनों पक्ष आमने-सामने आ गए. एकनाथ शिंदे के विधायक सदा सरवणकर अपने समर्थकों के साथ दादर पुलिस स्टेशन पहुंचे और दूसरे पक्ष के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई. दूसरी ओर उद्धव ठाकरे के विधायक सुनील शिंदे का आरोप है कि सदा सरवणकर ने कानून व्यवस्था को अपने हांथों में लिया है. उन्होंने फायरिंग की है.

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ठाकरे के कार्यकर्ताओं का कहना है कि पुलिस दूसरे पक्ष पर कार्रवाई में गंभीरता नहीं दिखा रही है. जिस तरह से विधायक ने फायरिंग की है, उससे वो बताना चाहते हैं कि उन्हेंं कानून का कोई डर नहीं है.

 

 

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