Advertisement

अमित शाह को ठाकरे का जवाब- शिवसेना को पटकने वाला अभी पैदा नहीं हुआ

Uddhav Thackeray on Amit Shah comment उद्धव ठाकरे ने अमित शाह की सहयोगियों को लेकर की गई टिप्पणी पर पलटवार किया है और दो टूक कहा है कि शिवसेना को हराने वाला अभी पैदा  नहीं हुआ है.

Uddhav Thackeray Uddhav Thackeray
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 13 जनवरी 2019,
  • अपडेटेड 6:49 PM IST

लोकसभा चुनाव जैसे-जैसे नजदीक आ रहे हैं, भारतीय जनता पार्टी और शिवसेना के बीच बयानबाजी भी उतनी ही तीखी होती जा रही है. गठबंधन न होने की स्थिति में पूर्व सहयोगियों को हराने वाले बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह के बयान के बाद शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने सख्त लहजे में पलटवार करते हुए कहा है कि शिवसेना को हराने वाला अभी पैदा नहीं हुआ है. ठाकरे का यह बयान अमित शाह की उस टिप्पणी का जवाब माना जा रहा है, जिसमें उन्होंने गठबंधन न होने की स्थिति में पूर्व सहयोगियों को पटकने की बात कही थी.

Advertisement

बयान की आलोचना करते हुए ठाकरे ने कहा कि मैंने किसी से 'पटक देंगे' जैसे शब्द सुने हैं. शिवसेना को हराने वाला अभी पैदा नहीं हुआ. बता दें कि शिवसेना केंद्र और महाराष्ट्र की सरकारों में भाजपा की सहयोगी है.

जनवरी की शुरुआत में ही महाराष्ट्र के दौरे पर गए बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने लातूर में कहा था कि अगर गठबंधन होता है तो बीजेपी अपने सहयोगियों की जीत सुनिश्चित करेगी, लेकिन अगर ऐसा नहीं हुआ तो 2019 के चुनाव बीजेपी अपने पुराने सहयोगियों को हराएगी. शाह ने ऐसे सहयोगियों को पटक देने की बात भी कही थी. हालांकि, उन्होंने शिवसेना का नाम नहीं लिया था. अब उद्धव ठाकरे के बयान को शाह की टिप्पणी के जवाब के रूप में ही देखा जा रहा है.

मोदी लहर भी टिप्पणी

उद्धव ठाकरे ने वर्ली इलाके में एक जनसभा को संबोधित करते हुए ये बात कही. 2014 के लोकसभा चुनाव के पहले मोदी लहर पर निशाना साधते हुए ठाकरे ने कहा, 'शिवसेना ने अपनी यात्रा में कई लहरें देखी हैं.' उन्होंने कहा कि भाजपा से उलट, शिवसेना ने चुनावों के पहले राम मंदिर का मुद्दा उठाया है ताकि उनका पर्दाफाश किया जा सके जो हमेशा इसका उपयोग चुनावी मुद्दे के लिए करते हैं.

Advertisement

ठाकरे ने कहा, 'हमें बताइए कि कांग्रेस किस प्रकार मंदिर निर्माण में बाधा डाल रही है. कांग्रेस को अपनी करनी का फल 2014 में मिल गया. पार्टी को लोकसभा में विपक्ष के नेता का भी पद नहीं मिल सका.'

उन्होंने सवाल किया कि जब नीतीश कुमार की जदयू और रामविलास पासवान की लोजपा जैसी भाजपा की सहयोगी पार्टियां विरोध कर रही हैं तो वह मंदिर का निर्माण कैसे करेगी. उन्होंने कहा कि भाजपा को इस पर स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए.

ये भी पढ़ें: शिवसेना पर शाह का पलटवार- यदि गठबंधन नहीं हुआ तो पूर्व सहयोगियों को देंगे करारी शिकस्त

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement