
उद्धव ठाकरे ने 2024 लोकसभा चुनाव के लिए इंडिया ब्लॉक में शीट शेयरिंग के मुद्दे पर प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा कि एमवीए में सबकुछ अच्छा चल रहा है, जब इंडिया गठबंधन की बैठक हुई थी तब यह तय हुआ था कि शीट शेयरिंग पर हम मिलकर फैसला लेंगे. कांग्रेस नेता संजय निरुपम के बयान पर उन्होंने कहा, 'जिसको जो कहना है कहने दिजिए. मैं कांग्रेस के दूसरे नेता जो बोलते हैं उसपर ध्यान नही देता. जब तक महाराष्ट्र और दिल्ली के वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं की तरफ से मुझे कुछ नहीं बताया जाता, तब तक मैं इसपर कुछ नहीं बोलूंगा'.
महाराष्ट्र में शिवसेना यूबीटी ने एमवीए के सामने 23 सीटों पर अपना दावा ठोका है. संजय राउत ने कहा था कि पिछले लोकसभा चुनाव में शिवसेना ने जितनी सीटों पर चुनाव लड़ा था, उन पर उसका दावा कायम रहेगा. इस पर कांग्रेस नेता संजय निरुपम ने आपत्ति जताते हुए कहा था, 'अगर उद्धव सेना अकेले 23 सीटों पर लड़ेगी तो फिर यह भी बता दे कि हमें कौन सी सीटों पर चुनाव लड़ना चाहिए. ठाकरे गुट अपने दम पर एक सीट भी नहीं जीत सकता. उनके पास उम्मीदवार ही नहीं हैं. पिछली बार उनके जो 18 सांसद जीते थे, उनमें से चार-पांच सांसद ही उनके साथ हैं. वे भी साथ रहेंगे या नहीं, इसकी भी गारंटी नहीं है'.
'सीट शेयरिंग का अभी तक कोई फॉर्मूला तय नही हुआ'
प्रकाश अंबेडकर की पार्टी वंचित बहुजन आघाड़ी के एमवीए में शामिल होने के सवाल पर उद्धव ठाकरे ने कहा, 'सीट शेयरिंग का अभी कोई फॉर्मूला तय नही हुआ है. प्रकाश अंबेडकर का अपना फॉर्मूला है. उनके साथ हमारी बातचीत लगभग फाइनल है. कुछ दिन दिनों में संजय राउत और प्रकाश अंबेडकर बैठकर आगे की चीजें और सीटें तय करेंगे. 19 दिसंबर को इंडिया ब्लॉक की जो बैठक हुई थी, उसमें सोनिया गांधी, राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे से मेरी बात हुई थी. संजय राउत भी थे. उन्हें हमने अपनी बात बताई है. सारी बातें हो गई हैं'.
'महाराष्ट्र कांग्रेस नेतृत्व से परामर्श के बिना गठबंधन नहीं'
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री मिलिंद देवड़ा ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर एक पोस्ट में संजय राउत को खरी-खरी सुनाई है. देवड़ा ने लिखा, ‘संजय राउत के अनुसार कांग्रेस को 0 से शुरुआत करते हुए बातचीत करनी चाहिए. वह उस पार्टी के बारे में बात कर रहे हैं, जो महाराष्ट्र विधानसभा में सबसे बड़ी विपक्षी पार्टी है. मैं राउत को बताना चाहता हूं कि कोई भी गठबंधन महाराष्ट्र के स्थानीय नेतृत्व से परामर्श के बिना आगे नहीं बढ़ सकता है'. संजय राउत ने तर्क दिया था कि पिछले लोकसभा चुनाव में कांग्रेस ने महाराष्ट्र में एक भी सीट नहीं जीती थी, इसलिए उसे शून्य से शुरुआत करनी होगी.