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अगर अमित शाह मुझे दिया गया वादा निभाते तो आज महाराष्ट्र में BJP का CM होता- उद्धव ठाकरे

उद्धव ठाकरे ने कहा, जो कल हुआ, 2019 में गठबंधन के दौरान मैंने अमित शाह से यही कहा था कि 2.5 साल शिवसेना का मुख्यमंत्री हो और वही हुआ. अगर वे बात मान लेते तो महाविकास अघाड़ी का गठन ही नहीं होता और अब 2.5 साल बाद महाराष्ट्र में बीजेपी का सीएम होता. 

उद्धव ठाकरे और अमित शाह (फाइल फोटो) उद्धव ठाकरे और अमित शाह (फाइल फोटो)
aajtak.in
  • मुंबई,
  • 01 जुलाई 2022,
  • अपडेटेड 2:57 PM IST
  • उद्धव ठाकरे बोले- एकनाथ शिंदे शिवसेना के सीएम नहीं
  • उद्धव बोले- अगर अमित शाह वादा निभाते तो आज बीजेपी का सीएम होता

महाराष्ट्र में एकनाथ शिंदे के सीएम बनने के एक दिन बाद पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की. इस दौरान उन्होंने कहा कि अगर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह मुझे दिया हुआ वादा निभाते तो आज राज्य में बीजेपी का सीएम होगा. 

उद्धव ठाकरे ने कहा, जो कल हुआ, 2019 में गठबंधन के दौरान मैंने अमित शाह से यही कहा था कि 2.5 साल शिवसेना का मुख्यमंत्री हो और वही हुआ. अगर वे बात मान लेते तो महाविकास अघाड़ी का गठन ही नहीं होता और अब 2.5 साल बाद महाराष्ट्र में बीजेपी का सीएम होता. 

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ये सीएम शिवसेना के नहीं- उद्धव ठाकरे

उद्धव ठाकरे ने कहा, जिस तरह से ये सरकार बनी है. एक तथाकथित शिवसेना कार्यकर्ता (एकनाथ शिंदे) को सीएम बनाया गया. मैंने अमित शाह से यही कहा था. ये सम्मानपूर्वक किया जा सकता था. शिवसेना आधिकारिक तौर पर(उस समय) आपके साथ थी. उद्धव ठाकरे ने यह ये सीएम शिवसेना के नहीं हैं. 

उद्धव ठाकरे ने मेट्रो शेड को आरे में शिफ्ट करने के फैसले को लेकर कहा कि मेरा गुस्सा मुंबई के लोगों पर मत निकालो. मेट्रो शेड को शिफ्ट करने का फैसला मत बदलो. मुंबई के वातावरण से मत खेलो. दरअसल, डिप्टी सीएम बनते ही देवेंद्र फडणवीस ने मेट्रो शेड को आरे में शिफ्ट करने का आदेश दिया है.

बीजेपी ने खेला बड़ा दांव

बीजेपी ने बड़ा दांव खेलते हुए गुरुवार को शिवसेना के बागी एकनाथ शिंदे को समर्थन देकर महाराष्ट्र का सीएम बनाया है. वहीं, देवेंद्र फडणवीस ने राज्य के डिप्टी सीएम पद की शपथ ली है. पहले माना जा रहा था कि शिवसेना के बागी विधायकों के समर्थन वाली सरकार में फडणवीस सीएम होंगे. 

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इससे पहले बीजेपी ने राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी से मिलकर फ्लोर टेस्ट कराने की मांग की थी. बीजेपी की मांग पर राज्यपाल ने विधानसभा का विशेष सत्र बुलाया था. हालांकि, राज्यपाल के इस फैसले के खिलाफ शिवसेना ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था. हालांकि, कोर्ट ने फ्लोर टेस्ट कराने के फैसले पर रोक लगाने से इनकार कर दिया था. इसके बाद उद्धव ठाकरे ने सीएम पद से इस्तीफा दे दिया था.



 

 

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