
महाराष्ट्र में हनुमान चालीसा पर सियासत गरमा गई है. नवनीत राणा, रवि राणा की गिरफ्तारी पर महाराष्ट्र के गृहमंत्री दिलीप वलसे पाटिल की सफाई आई है. उनका कहना कि राणा दंपत्ति की गिरफ्तारी हनुमान चालीसा पाठ के लिए नहीं बल्कि, राज्य की कानून व्यवस्था को चुनौती देना, धार्मिक सौहार्द बिगाड़ना और दंगे भड़कानेवाली बयानबाजी करने की वजह से गिरफ्तार किया गया है. कोर्ट ने दंपत्ति को 6 मई तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया है. दोनों पर राजद्रोह का मामला दर्ज किया गया है.
बता दें की राणा दंपत्ति ने महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे के आवास मातोश्री के बाहर हनुमान चालीसा का पाठ करने की चुनौती दी थी. जिसके बाद बड़ी तादाद में शिवसैनिकों ने मातोश्री और राणा दंपत्ति के खार के आवास के बाहर विरोध प्रदर्शन किया. गुस्साए शिवसैनिकों ने राणा के घर में घुसने की भी कोशिश की. तो वही बीजेपी नेता मोहित कंबोज जब मातोश्री के सामने से गुजर रहे थे तब उनकी गाड़ी पर हमला किया गया.
'अशांति फैलाने के आरोपों के तहत 153 A का मामला दर्ज'
ऐसे में जब राणा दंपत्ति अमरावती से सुबह तड़के मुंबई पहुंचे तब मुंबई पुलिस ने उन्हें धारा 149 की नोटिस दे दी, जिसके तहत वो अनलॉफुल असेंबली या भीड़ इकट्ठा नहीं कर सकते. गृहमंत्री ने कहा की बावजूद उसके राणा दंपत्ति लगातार मीडिया के द्वारा सीएम के आवास के बाहर हनुमान चालीसा पठन करने की चुनौती देते रहे और भड़काऊ बयानबाजी की. इसीलिए समाज में अशांति फैलाने के आरोपों के तहत 153 A का मामला दर्ज किया गया. जिसके बाद पुलिस ने उन्हें हिरासत में लिया.
हालांकि, नेता प्रतिपक्ष देवेंद्र फडणवीस ने प्रेस कांफ्रेंस में सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं. फडणवीस ने पूछा की हनुमान चालीसा का पठन यहां नहीं करेंगे तो क्या पाकिस्तान में करेंगे. जिसके जवाब में गृहमंत्री ने कहा की किसी के घर जाकर किसी भी धर्म की प्रार्थना करने का आग्रह करना सही नहीं है.
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