शक्ति प्रदर्शन वाले दिन भतीजे अजित पवार ने अपने चाचा को नंबर गेम में मात दे दी और सबसे बड़ा सदमा शरद पवार को तब लगा जब उन्हें अजित पवार गुट ने एनसीपी सुप्रीमो के पद से भी हटा दिया और अजित पवार ने खुद को एनसीपी चीफ घोषित कर दिया.