बागेश्वर बाबा का मुंबई में दो दिन का दिव्य दरबार लगा. दरबार को लेकर कांग्रेस ने विरोध जाहिर किया था और इस पर रोक लगाने के लिए मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को चिट्ठी भी लिखी थी. पुलिस जांच के बाद बाबा इस शिकायत से तो बरी हो गए लेकिन जब वो मुंबई दौरे पर आए तो इन सवालों को लेकर उनकी नाराजगी बार बार झलक रही थी.
Bageshwar Baba's divine court was held in Mumbai for two days. The Congress accused Bageshwar Baba of spreading superstition and opposed to the court. The party had written a letter to Maharashtra CM Eknath Shinde to stop it.