पुलिस लोगों के हित में कुछ अच्छा करने का फैसला करती है तो सफलता मिलती है. ऐसा ही एक उदाहरण बारामती में भी सामने आया. किसान युवराज सरक ने अपने निजी उपयोग के लिए बारामती गुणवडी गांव के साहूकार से पांच लाख रुपये 10 फीसदी ब्याज से लिए थे. उसके बदले किसान की दो एकड़ जमीन साहूकार ने अपने नाम कर ली थी. इस दो एकड़ जमीन की कीमत लगभग 60 लाख रुपये है. किसान हर महीने साहूकारों को 10 फीसदी ब्याज दे रहा था. पिछले छह साल से पांच लाख रुपये के बदले 29 लाख रुपये किसान ने साहूकार को दिए थे. फिर भी साहूकार पैसे की मांग कर रहा था, और जमीन भी वापस करने का नाम नहीं ले रहा था. जब पुलिस ने मामले की गंभीरता को समझा, तो पुलिस इंस्पेक्टर नामदेव शिंदे ने साहूकार को फोन मिलाकर कहा कि हम आपसे पूछताछ करना चाहते हैं, आप पुलिस स्टेशन में आएं. बस इसी फोन ने किसान का नसीब बदल गया. साहूकार ने दो एकड़ जमीन जिसकी कीमत 60 लाख रुपये है, वह वापस कर दी और खरीद के पेपर्स भी रद्द कर दिए.