
कोरोना के असर को कम करने के लिए केंद्र सरकार ने राज्यों को मुफ्त में टीका देने का अभियान शुरू किया हुआ है. स्वास्थ्य मंत्रालय से मिले आंकड़ों के अनुसार केंद्र सरकार ने अब तक 20 करोड़ (20,28,09,250) से अधिक टीके राज्यों को नि:शुल्क मुहैया कराए हैं . अगले 3 दिनों में लगभग 51 लाख टीके और दिए जाएंगे. राज्यों के पास अभी भी 1.84 करोड़ से ज्यादा टीके मौजूद हैं जिन्हें वितरण किया जाना बाकी है.
सरकार ने इस महामारी के असर को कम करने के लिए व्यापक रणनीति तैयार की है. इसके लिए हर व्यक्ति तक टीके पहुंचाने का पूरा प्रयास किया जा रहा है. साथ ही कोरोना संक्रमित जोन को पहचानने से लेकर मरीजों के इलाज तक का इंतजाम किया जा रहा है. सरकार टीकाकरण के लक्ष्य को पूरा करने के लिए इसके उत्पादन और आपूर्ति को बढ़ाने का पूरा प्रयास कर रही है.
मिली जानकारी के अनुसार वैक्सीन निर्माता कंपनी से आधी (50%) वैक्सीन सरकार द्वारा खरीदी जाएंगी, जिससे कि प्राइवेट संस्थाओं द्वारा जमाखोरी को रोका जा सके. केंद्र सरकार इन टीकों को खरीदने के बाद राज्य सरकारों को मुफ्त में मुहैया कराएगी. जिन राज्यों को वैक्सीन की आपूर्ति में दिक्कत आ रही है, उन्हें चिन्हित कर टीके उपलब्ध कराने का पूरा प्रयास किया जा रहा है.
नीति आयोग ने भी बीते दिनों बताया कि अगले हफ्ते के अंदर ही देश में रूस की स्पूतनिक वैक्सीन भी उपलब्ध हो जाएगी. रूसी वैक्सीन एक बड़ी मात्रा में देश में आ भी चुकी है. नीति आयोग ने बताया कि इतना ही नहीं, रूसी वैक्सीन का देश में ही उत्पादन किए जाने पर भी जोर है और जुलाई महीने से इसका उत्पादन भारत में होना ही स्टार्ट हो जाएगा. देश में इस समय तीन कोरोना वैक्सीन के आपातकालीन उपयोग को अनुमति है. जिनका नाम है कोवैक्सीन, कोविशील्ड और तीसरी खुद स्पुतनिक.