
भारत के 76वें गणतंत्र दिवस पर ऐतिहासिक कर्तव्य पथ पर सैन्य शक्ति और सांस्कृतिक विरासत का शानदार प्रदर्शन होगा. परेड का थीम 'स्वर्णिम भारत: विरासत और प्रगति' है, जो संविधान के लागू होने के 75 साल पूरे होने का प्रतीक है. राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की 16 और केंद्रीय मंत्रालयों और संगठनों की 15 झांकियां भारत की विविधता और प्रगति का प्रदर्शन करेंगी.
रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) भी अपनी झांकी पेश करेगा, जिसका थीम 'रक्षा कवच - मल्टी लेयर प्रोटेक्शन अगेंस्ट मल्टी-डोमेन थ्रेट' है, जिसमें अडवांस्ड डिफेंस इनोवेशन को प्रदर्शित किया जाएगा.
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परेड में अनूठी चीजें
पहली बार, तीनों सेनाओं की झांकी दिखाई जाएगी, जो सशस्त्र बलों के बीच एकजुटता को दर्शाती है. 'सशक्त और सुरक्षित भारत' शीर्षक से आयोजित इस परेड में स्वदेशी अर्जुन युद्धक टैंक, तेजस लड़ाकू विमान और उन्नत हल्के हेलीकॉप्टर की विशेषता के साथ एक समन्वित युद्धक्षेत्र की झलक का प्रदर्शन किया जाएगा. परेड में इंडोनेशिया की एक टुकड़ी और बैंड भी शामिल होंगे, जहां इस बार इंडोनेशिया के राष्ट्रपति प्रबोवो सुबियांटो मुख्य अतिथि हैं.
भारतीय सेना टी-90 भीष्म टैंक, ब्रह्मोस मिसाइल सिस्टम, पिनाका रॉकेट लॉन्चर और आकाश हथियार सिस्टम सहित मशीनाइज्ड पिलर्स के माध्यम से अपनी ताकत का प्रदर्शन करेगी. समारोह का मुख्य आकर्षण फ्लाईपास्ट में भारतीय वायु सेना के 40 विमान और भारतीय तटरक्षक बल के तीन डोर्नियर विमान शामिल होंगे.
सेना कर्मियों के योगदान
जयपुर स्थित 61 कैवेलरी, दुनिया की एकमात्र सक्रिय घुड़सवार इकाई है, जिसका नेतृत्व परेड कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल भवनीश कुमार के बेटे लेफ्टिनेंट अहान कुमार करेंगे. सिग्नल कोर कैप्टन आशीष राणा और कैप्टन डिंपल सिंह भाटी के नेतृत्व में मोटरसाइकिल स्टंट का प्रदर्शन करेगी, जिसमें कैप्टन भाटी राष्ट्रपति को सीढ़ी पर सलामी देने वाली इतिहास की पहली महिला अधिकारी बनने वाली हैं.
सिग्नल कोर की टुकड़ी का नेतृत्व कर रही कैप्टन रितिका खरेता ने महिलाओं को "सपने देखने की हिम्मत" करने और अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए प्रोत्साहित किया. इस साल के गणतंत्र दिवस समारोह का मकसद गौरव और एकता को प्रेरित करना है, जिसमें भारत की समृद्ध विरासत और रक्षा और टेक में प्रगति पर जोर दिया जाएगा.