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रोज एक नया समन भेजकर खुश रहती है ED, के कविता के वकील ने कोर्ट में की टिप्पणी

सुप्रीम कोर्ट में के कविता के मामले का जिक्र करते हुए सिंघवी ने कहा कि ASG ने अदालत में एक बयान दिया था कि उन्हें बुलाया नहीं जाएगा. वकील ने कहा कि के कविता की कानूनी टीम के अनुसार ED द्वारा कविता के खिलाफ कार्रवाई नहीं करने का आश्वासन दिया गया था.

फाइल फोटो फाइल फोटो
सृष्टि ओझा
  • नई दिल्ली,
  • 01 अप्रैल 2024,
  • अपडेटेड 7:49 PM IST

दिल्ली शराब नीति मामले में जेल में बंद BRS नेता के कविता के वकील ने कोर्ट में कहा कि रोज एक समन भेजना प्रवर्तन निदेशालय (ED) को खुश रखता है. वरिष्ठ वकील एएम सिंघवी ने के कविता को जमानत देने के लिए बहस करते हुए ये बातें कहीं. उन्होंने कहा कि के कविता को गिरफ्तार करने की कोई आवश्यकता नहीं है. कविता के वकील ने गिरफ्तारी को उत्पीड़न बताया.

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सिंघवी ने ED का जिक्र करते हुए कहा कि अभियोजन एजेंसी उत्पीड़न करने वाली एजेंसी की तरह काम कर रही है. उन्होंने कहा कि यहां कोई निष्पक्षता या समान अवसर नहीं है और एजेंसी पूर्वाग्रह के साथ काम कर रही है. ED पर टिप्पणी करते हुए वरिष्ठ वकील ने कहा कि ED या तो व्यक्ति को गिरफ्तार करती है या गिरफ्तारी तक नियमित उत्पीड़न का खेल खेलती है.

सुप्रीम कोर्ट में के कविता के मामले का जिक्र करते हुए सिंघवी ने कहा कि ASG ने अदालत में एक बयान दिया था कि उन्हें बुलाया नहीं जाएगा. वकील ने कहा कि के कविता की कानूनी टीम के अनुसार ED द्वारा कविता के खिलाफ कार्रवाई नहीं करने का आश्वासन दिया गया था. उन्होंने बताया कि जांच एजेंसी के साथ सहयोग करने और पूछताछ के लिए बुलाए जाने पर उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया.

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के कविता ने नियमित जमानत और अंतरिम जमानत देने के लिए याचिका दायर की है, जिस पर उनके वकील बहस कर रहे हैं. अब 4 अप्रैल को अगली बहस होगी. वकील ने के कविता द्वारा दायर एक आवेदन भी जिक्र किया जिसमें आरोप लगाया गया था कि अदालत के उस आदेश का अनुपालन नहीं किया जा रहा है जिसमें उन्हें घर का बना खाना उपलब्ध कराने का निर्देश दिया गया था. तिहाड़ जेल प्रशासक ने तब दिल्ली की राऊज एवेन्यू कोर्ट को बताया था कि के कविता को घर का बना खाना नहीं दिया जा सकता. उन्हें जेल के नियमों के हिसाब से खाना दिया जाएगा.

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