
हैदराबाद के सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने 4 फरवरी को लोकसभा में JPC की बैठक के दौरान वक्फ विधेयक का कड़ा विरोध किया. ओवैसी ने मोदी सरकार को मौजूदा स्वरूप में विधेयक पेश करने के खिलाफ चेतावनी देते हुए कहा कि इससे देश में सामाजिक अस्थिरता पैदा होगी. भारत सरकार ने अपने कर्मचारियों को ChatGPT और DeepSeek जैसे एआई प्लेटफार्म का इस्तेमाल नहीं करने का निर्देश दिया है. तृणमूल कांग्रेस सांसद शत्रुघ्न सिन्हा ने अपने एक बयान से जनता को चौंकाया है. उन्होंने समान नागरिक संहिता (UCC) की पैरवी की है और कहा है कि इसे देश भर में लागू किया जाना चाहिए. शत्रुघ्न सिन्हा ने उत्तराखंड में लागू हुए समान नागरिक संहिता की भी तारीफ की है. पढ़ें बुधवार सुबह की 5 बड़ी खबरें...
ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) प्रमुख और हैदराबाद के सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने 4 फरवरी को लोकसभा में संयुक्त संसदीय समिति (JPC) की बैठक के दौरान वक्फ विधेयक का कड़ा विरोध किया. ओवैसी ने मोदी सरकार को मौजूदा स्वरूप में विधेयक पेश करने के खिलाफ चेतावनी देते हुए कहा कि इससे देश में सामाजिक अस्थिरता पैदा होगी. एआईएमआईएम प्रमुख ने इस बात पर जोर दिया कि मुस्लिम समुदाय ने विधेयक को उसके वर्तमान स्वरूप में खारिज कर दिया है, क्योंकि यह भारतीय संविधान के अनुच्छेद 25, 26 और 14 का उल्लंघन करता है, जो धार्मिक समानता और स्वतंत्रता के अधिकारों की गारंटी देता है.
तृणमूल कांग्रेस सांसद शत्रुघ्न सिन्हा ने अपने एक बयान से जनता को चौंकाया है. उन्होंने समान नागरिक संहिता (UCC) की पैरवी की है और कहा है कि इसे देश भर में लागू किया जाना चाहिए. शत्रुघ्न सिन्हा ने उत्तराखंड में लागू हुए समान नागरिक संहिता की भी तारीफ की है. शत्रुघ्न सिन्हा का ये बयान तब आया है जब गुजरात में भी समान नागरिक संहिता लागू करने की प्रक्रिया शुरू हो गई है. गुजरात में यूसीसी का मसौदा तैयार करने के लिए एक कमेटी बनाई गई हैं. इसकी अध्यक्षता सुप्रीम कोर्ट की सेवानिवृत जज रंजना देसाई करेंगीं. रंजना देसाई ने ही उत्तराखंड में लागू यूसीसी का मसौदा तैयार किया है.
3. 'ChatGPT और DeepSeek का इस्तेमाल ना करें कर्मचारी...', केंद्र सरकार ने दी चेतावनी
भारत सरकार की तरफ से एक आदेश जारी किया है, जिसमें सरकारी कर्मचारियों को AI Apps और प्लेटफॉर्म को लेकर जरूरी सर्कुलर जारी किया है. फाइनेंस मिनिस्ट्री की तरफ से जारी आदेश में सरकारी कर्मचारियों से कहा कि कई कर्मचारी ऑफिस के कंप्यूटर और लैपटॉप में AI Apps (जैसे ChatGPT, DeepSeek आदि) का इस्तेमाल कर रहे हैं. इस वजह से भारत सरकार के कॉन्फिडेंशियल डॉक्यूमेंट और डेटा पर बड़ा खतरा बन सकता है. AI Apps को लेकर जारी सर्कुलर में कहा कि AI Apps और टूल्स को सरकारी कंप्यूटर, लैपटॉप और डिवाइस में इस्तेमाल करने को नजर अंदाज करना चाहिए. हालांकि कर्मचारी चाहें तो अपने पर्सनल डिवाइस में इसका इस्तेमाल कर सकते हैं. यह फैसला डेटा और प्राइवेसी को प्राथमिकता देते हुए दिया गया है.
4. मिल्कीपुर में वोटिंग के बीच हनुमान की आराधना करते नजर आए सपा सांसद अवधेश प्रसाद, VIDEO
उत्तर प्रदेश के अयोध्या जिले की मिल्कीपुर विधानसभा सीट के लिए उपचुनाव में आज मतदान हो रहा है. मिल्कीपुर में वोटिंग के बीच अयोध्या से समाजवादी पार्टी (सपा) के सांसद अवधेश प्रसाद का एक वीडियो सामने आया है. अवधेश प्रसाद इस वीडियो में भगवान हनुमान और भगवान भोलेनाथ की आराधना करते नजर आ रहे हैं. मिल्कीपुर उपचुनाव सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के साथ ही विपक्षी सपा और खुद अवधेश प्रसाद के लिए भी साख का सवाल बन गई है. अवधेश प्रसाद का जो वीडियो सामने आया है, उसमें अवधेश प्रसाद पूजा घर में बैठे नजर आ रहे हैं. सांसद के सामने भगवान राम के अनन्य भक्त हनुमान की बड़ी सी तस्वीर लगी हुई है. भगवान हनुमान की बड़ी तस्वीर के आसपास अन्य देवी-देवताओं की भी तस्वीरें हैं. अवधेश प्रसाद हाथ में हनुमान चालीसा लिए हुए हैं और हनुमान जी की आराधना कर रहे हैं.
5. AAP नेता अमानतुल्ला खान पर FIR, समय सीमा समाप्त होने के बावजूद कर रहे थे प्रचार!
दिल्ली विधानसभा चुनाव से एक दिन पहले मंगलवार को ओखला से आम आदमी पार्टी (AAP) के वर्तमान विधायक और उम्मीदवार अमानतुल्ला खान के लिए पुलिस ने आदर्श आचार संहिता (Model Code of Conduct) के उल्लंघन के आरोप में एफआईआर दर्ज की. AAP नेता पर 3 फरवरी, 2025 की शाम 6 बजे चुनाव प्रचार की समय सीमा समाप्त होने के बावजूद अपने विधानसभा क्षेत्र में कैम्पेनिंग करने का आरोप है. दिल्ली पुलिस के मुताबिक अमानतुल्ला खान अपने 100 से ज्यादा समर्थकों के साथ मंगलवार देर रात चुनाव प्रचार कर रहे थे. निर्वाचन आयोग के नियम के मुताबिक मतदान की तारीख से 48 घंटे पहले चुनाव प्रचार की समय सीमा समाप्त हो जाती है. यानी दिल्ली में 3 फरवरी की शाम 6 बजे से चुनाव प्रचार पर रोक लागू थी.