
दिल्ली के कई इलाकों में जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. लोग अपने घरों का सामान समेटकर सुरक्षित स्थानों पर जाने लगे हैं. पाकिस्तान से अपने प्यार के लिए आई सीमा हैदर और सचिन के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है. इस एफआईआर में क्या-क्या आरोप लगाए गए हैं. कूनो नेशनल पार्क में चीता के शव की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट सामने आई है. इसमें पता चला है कि 'तेजस' एक मादा चीते के साथ हिंसक लड़ाई के बाद सदमे में आ गया था. कैथल में जब JJP विधायक बाढ़ के हालात का जायजा लेने पहुंचे तो उन्हें विरोध का सामना करना पड़ा. उन्हें एक महिला ने थप्पड़ जड़ दिया. कर्नाटक में मिली हार के बाद से प्रदेश बीजेपी में सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है.
1- दिल्ली पर बाढ़ का खतरा, तेजी से बढ़ रहा यमुना का जलस्तर, कई इलाकों में घुसा पानी
दिल्ली के कई इलाकों में जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. लोग अपने घरों का सामान समेटकर सुरक्षित स्थानों पर जाने लगे हैं. वहीं सरकार ने लोगों से अपील की है कि जल्द से जल्द सेफ प्लेस पर पहुंचें. यमुना का जलस्तर बढ़ने पर डूब क्षेत्र में घरों और दुकानों में पानी घुस गया है. इन क्षेत्रों में रहने वाले हजारों लोगों को सुरक्षित क्षेत्रों में शिफ्ट कर दिया गया है.
सीमा को 2019 में ऑनलाइन पब्जी गेम खेलते हुए ग्रेटर नोएडा के रबूपुरा के रहने वाले सचिन मीणा से प्यार हो गया. ऐसे में सीमा ने सचिन के साथ रहने का फैसला किया. सीमा और सचिन पहली बार नेपाल में इसी साल 10 मार्च को मिले थे. जहां दोनों 7 दिन तक साथ भी रहे थे. इसके बाद सीमा मई में पाकिस्तान से दोबारा नेपाल पहुंची और वहां से बस से भारत आ गई.
3- 'हिंसक लड़ाई से सदमे में आ गया था तेजस...' चीता मौत मामले में PM रिपोर्ट में चौंकाने वाला खुलासा
मध्य प्रदेश के कूनो नेशनल पार्क में एक और चीता की मौत के मामले में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है. चीता के शव की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट सामने आई है. इसमें पता चला है कि 'तेजस' एक मादा चीते के साथ हिंसक लड़ाई के बाद सदमे में आ गया था और इससे उबरने में समर्थ नहीं था.
हरियाणा के कई जिलों में बाढ़ जैसे हालात हैं. कैथल, यमुनानगर, पंचकूला समेत कई जिलों में अलर्ट जारी किया गया है. कैथल में जब जननायक जनता पार्टी (JJP) विधायक ईश्वर सिंह गुहला बाढ़ के हालात का जायजा लेने पहुंचे तो उन्हें विरोध का सामना करना पड़ा और इसी दौरान गुस्साई एक महिला ने उन्हें थप्पड़ मार दिया.
कर्नाटक में मिली हार के बाद से प्रदेश बीजेपी में सब कुछ ठीक नहीं चल रहा हैं. इस बात का अंदाज़ा इसी बात से लगाया जा सकता हैं कि सिद्धारमैया के नेतृत्व में नई सरकार बनने के बाद तीन जुलाई से शुरु हुआ कर्नाटक विधानसभा का बजट सत्र 21 जुलाई को समाप्त होने वाला है लेकिन अभी तक विधानसभा के सदन में नेता विपक्ष की कुर्सी खाली है.