
आज शाम की ताजा खबर ( Aaj Ki Taza Khabar), 15 मार्च 2022 की खबरें और समाचार: खबरों के लिहाज से मंगलवार का दिन बेहद खास रहा. रूस और यूक्रेन युद्ध को लेकर दुनिया में गहमागहमी बनी हुई है. रूस लगातार यूक्रेन के शहरों को तहस-नहस करने में जुटा है. वहीं, हिजाब विवाद पर कर्नाटक हाईकोई का फैसला आने के बाद अब सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया गया है. उधर, The Kashmir File फिल्म को लेकर वाद-विवाद जारी है. साथ ही कोरोना वायरस की आहट ने फिर से टेंशन बढ़ा दी है. पढ़िए मंगलवार शाम की पांच बड़ी खबरें...
हिजाब विवाद पहुंचा सुप्रीम कोर्ट, कर्नाटक HC के फैसले के खिलाफ डाली गई अर्जी
हिजाब विवाद में कर्नाटक हाईकोर्ट के फैसले को चुनौती देने वाली याचिका सुप्रीम कोर्ट में दायर की गई है. पहली याचिका के कुछ मिनटों बाद ही एक और कैविएट भी दाखिल की. कर्नाटक में उडुपी के कॉलेज की 6 मुस्लिम लड़कियों ने सुप्रीम कोर्ट में हाईकोर्ट के फैसले को चुनौती दी. विशेष अनुमति याचिका यानी स्पेशल लीव पेटिशन में हिजाब बैन पर कर्नाटक हाईकोर्ट के फैसले पर रोक लगाने की गुहार लगाई गई है.
दो डोज में 28 दिन का गैप... जानें कल से शुरू होने वाले 12-14 साल के बच्चों को वैक्सीन की गाइडलाइन
केंद्र सरकार ने मंगलवार को 12-14 साल के बच्चों के COVID-19 वैक्सीनेशन के लिए गाइडनाइन जारी कर दी है. वैक्सीनेशन प्रेाग्राम बुधवार (16 मार्च) से शुरू होने जा रहा है. सरकार की ओर से बताया गया है कि इस उम्र वर्ग के बच्चों के लिए सिर्फ कॉर्बेवैक्स वैक्सीन (Corbevax Vaccine) का इस्तेमाल किया जाएगा.
अनुपम खेर की फिल्म 'द कश्मीर फाइल्स' पूरे देश में चर्चा का विषय बन गई है. कश्मीरी पंडितों पर बनाई गई इस फिल्म की तारीफ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी की है. अब कांग्रेस ने इसी तारीफ को बड़ा मुद्दा बना लिया है.
Corona Cases: चीन में कोरोना की रफ्तार दोगुनी, कई शहरों में लॉकडाउन, 3.1 करोड़ लोग घरों में कैद
चीन में मंगलवार को एक दिन में 5280 नए मामले सामने आए. एक दिन पहले यह मामले 2400 के करीब थे. यानी चीन में दोगुनी रफ्तार से कोरोना पैर पसार रहा है. चीन में करीब 2 साल के बाद पहली बार एक दिन में पहली बार 2000 से ज्यादा कोरोना संक्रमण के मामले दर्ज किए गए हैं.
बाइडेन के कमजोर फैसलों ने धूमिल की अमेरिका की छवि, कब तक जंग से दूर रहेगा NATO?
रूस और यूक्रेन की जंग पिछले 20 दिन से जारी है. पिछले कुछ सालों में दुनियाभर में कई युद्ध हुए. लेकिन तीसरे विश्व युद्ध का खतरा आज से पहले इतना ज्यादा कभी नहीं था. अमेरिका और नाटो देशों की धमकियों, चेतावनियों और प्रतिबंधों के सामने पुतिन हथियार डालने को तैयार नहीं हैं.