
छत्तीसगढ़ में नक्सलियों के खिलाफ सुरक्षाबल ने बड़े ऑपरेशन को अंजाम देकर 30 नक्सलियों को मार गिराया है. बीजापुर और कांकेर में नक्सलियों के खिलाफ ये कार्रवाई की गई. वहीं, अपने बयानों के चलते सुर्खियों में रहने वाले बरेली के मौलाना शहाबुद्दीन रजवी ने बॉलीवुड मूवी छावा पर विवादित टिप्पणी की है. पढ़िए गुरुवार शाम की 5 बड़ी खबरें...
हिडमा की तलाश में 125 से ज्यादा गांवों की मैपिंग, आज 30 नक्सली ढेर, तीन महीने में 77 का खात्मा
देश में नक्सलवाद बहुत बड़ी समस्या है, इस समस्या को जड़ से उखाड़ फेंकने के लिए सरकार अलग-अलग तरह की रणनीति के तहत काम कर रही है. छत्तीसगढ़ में नक्सलियों के खिलाफ सुरक्षाबल ने बड़े ऑपरेशन को अंजाम देकर 30 नक्सलियों को मार गिराया है. बीजापुर और कांकेर में नक्सलियों के खिलाफ ये कार्रवाई की गई. मुठभेड़ में मारे गए नक्सलियों के पास से भारी मात्रा में हथियार बरामद किए गए हैं. इस कार्रवाई में एक जवान शहीद भी हो गया.
अपने बयानों के चलते सुर्खियों में रहने वाले बरेली के मौलाना शहाबुद्दीन रजवी ने बॉलीवुड मूवी छावा पर विवादित टिप्पणी की है. उन्होंने कहा है कि छावा मूवी देखकर नौजवान उत्तेजित हो जाते हैं. इसी वजह से नागपुर का दंगा हुआ है. छावा फिल्म इस दंगे की मुजरिम है. इसीलिए इस फिल्म पर रोक लगाई जाए.
अमित शाह ने बताया नक्सलवाद के खात्मे का मास्टरप्लान, अर्बन नक्सल को लेकर कही ये बात
अमित शाह ने जब साल 2019 में केंद्रीय गृह मंत्री का पदभार संभाला था, तब वामपंथी उग्रवाद को जम्मू-कश्मीर से भी बड़ी चुनौती माना जा रहा था. लेकिन अमित शाह ने इस चुनौती को स्वीकार किया और उनका दावा है कि मार्च 2026 तक देश नक्सली खतरे से पूरी तरह मुक्त हो जाएगा. इंडिया टुडे के ग्रुप एडिटोरियल डायरेक्टर राज चेंगप्पा और सीनियर एसोसिएट एडिटर राहुल नरोन्हा ने अमित शाह से नक्सली खतरे से निपटने की मोदी सरकार की रणनीति के बारे में विस्तार से बातचीत की है.
जम्मू-कश्मीर: पूर्व विधायक और BJP नेता ने किया सुसाइड, सरकारी आवास में खुद को मारी गोली
जम्मू-कश्मीर में बीजेपी के एक नेता ने खुल को गोली मारकर आत्महत्या कर ली है. बांदोपोरा के गुरेज से पूर्व निर्दलीय विधायक फकीर मोहम्मद खान ने गुरुवार को कथित तौर पर खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली.
दिल्ली में बीजेपी सरकार के गठन का एक महीना पूरा हो गया है. नई सरकार के गठन के बाद अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों के बीच सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है. अधिकारी विधायकों के फोन कॉल और पत्रों का जवाब नहीं दे रहे हैं और अब इस पर स्पीकर विजेंद्र गुप्ता ने मुख्य सचिव को पत्र लिखा है.