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Aaj Ki Taza Khabar: पढ़ें 31 अगस्त 2022 की सुबह की टॉप खबरें और अन्य समाचार

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कार्तिकेय सिंह से कानून मंत्रालय वापस ले लिया है. कार्तिकेय सिंह को अनंत सिंह का करीबी माना जाता है. झारखंड के रिटायर्ड आईएएस बीबी पात्रा की पत्नी और भाजपा से निष्कासित नेत्री सीमा पात्रा को गिरफ्तार कर लिया गया है. सीमा पात्रा पर उनकी घरेलू सहायिका के साथ 8 सालों तक टॉर्चर करने का आरोप है.

कार्तिकेय सिंह (फाइल फोटो) कार्तिकेय सिंह (फाइल फोटो)
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 31 अगस्त 2022,
  • अपडेटेड 9:03 AM IST

खबरों के लिहाज से बुधवार का दिन काफी अहम है. बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कार्तिकेय सिंह से कानून मंत्रालय वापस ले लिया है. कार्तिकेय सिंह को अनंत सिंह का करीबी माना जाता है. झारखंड के रिटायर्ड आईएएस बीबी पात्रा की पत्नी और भाजपा से निष्कासित नेत्री सीमा पात्रा को गिरफ्तार कर लिया गया है. सीमा पात्रा पर उनकी घरेलू सहायिका के साथ 8 सालों तक टॉर्चर करने का आरोप है. कर्नाटक हाईकोर्ट ने बेंगलुरु शहर के हुब्बली ईदगाह मैदान में गणेश चतुर्थी के आयोजन की अनुमति दे दी है. हाई कोर्ट ने देर रात सुनवाई के दौरान गणेश चतुर्थी के जश्न की अनुमति को चुनौती देने वाली याचिका को खारिज कर दिया. इसके साथ ही सोवियत संघ के पूर्व राष्ट्रपति मिखाइल गोर्बाचेव का 91 साल की उम्र में निधन हो गया. टाटा समूह ने आने वाले समय में साइरस मिस्त्री जैसे विवाद की स्थिति को दूर करने के लिए एक अहम बदलाव किया है.

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1- Bihar: कार्तिकेय सिंह से नीतीश कुमार ने कानून मंत्रालय लिया वापस, अपहरण का केस-अनंत सिंह से दोस्ती पड़ी भारी  

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कार्तिकेय सिंह से कानून मंत्रालय वापस ले लिया है. कार्तिकेय सिंह को अनंत सिंह का करीबी माना जाता है. आरजेडी विधायक कार्तिकेय सिंह के खिलाफ अपहरण के पुराने मामले में कोर्ट ने वारंट जारी किया था. इसके बाद से वे विवादों में थे. इसे लेकर बीजेपी लगातार नीतीश सरकार पर निशाना साध रही थी. हालांकि, कार्तिकेय सिंह अभी भी मंत्री बने रहेंगे. उनके पास अब गन्ना उद्योग मंत्रालय होगा. जबकि शमीम अहमद को गन्ना उद्योग की जगह अब विधि विभाग दे दिया गया है. 

2- झारखंड: बीजेपी से निष्कासित सीमा पात्रा गिरफ्तार, दिव्यांग नौकरानी को बंधक बनाने और टॉर्चर का आरोप

झारखंड के रिटायर्ड आईएएस बीबी पात्रा की पत्नी और भाजपा से निष्कासित नेत्री सीमा पात्रा को गिरफ्तार कर लिया गया है. सीमा पात्रा पर उनकी घरेलू सहायिका के साथ 8 सालों तक टॉर्चर करने का आरोप लगा है. आरोप है कि पिछले 8 सालों से सीमा के घर दिव्यांग लड़की काम कर रही थी. सीमा उसके साथ मारपीट करती थी और उसे बंधक बनाकर रखा था. इससे पहले मंगलवार को मामला सामने आने के बाद बीजेपी ने सीमा पात्रा को पार्टी से निष्कासित कर दिया था. 

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3- हुबली ईदगाह मैदान में ही मनेगा गणेश उत्सव, कर्नाटक हाई कोर्ट का बड़ा फैसला

कर्नाटक हाईकोर्ट ने बेंगलुरु शहर के हुब्बली ईदगाह मैदान में गणेश चतुर्थी के आयोजन की अनुमति दे दी है. हाई कोर्ट ने देर रात सुनवाई के दौरान गणेश चतुर्थी के जश्न की अनुमति को चुनौती देने वाली याचिका को खारिज कर दिया. हाई कोर्ट ने अपने फैसले में यह भी कहा कि ईदगाह वाली जमीन को लेकर कोई विवाद नहीं है. सरकार की तरफ से दलील दी गई थी कि वो प्रॉपर्टी विवादित है, लेकिन हाई कोर्ट इसे नकार दिया है. 

4- सोवियत संघ के अंतिम राष्ट्रपति मिखाइल गोर्बाचेव का 91 साल की उम्र में निधन, बिना खून बहे ही खत्म करा दिया था शीतयुद्ध 

सोवियत संघ के पूर्व राष्ट्रपति मिखाइल गोर्बाचेव का 91 साल की उम्र में निधन हो गया. रूसी समाचार एजेंसी ने सेंट्रल क्लिनिकल अस्पताल के एक बयान के हवाले से कहा कि लंबी बीमारी के बाद उनका निधन हो गया. मिखाइल गोर्बाचेव जब सोवियत संघ की कम्युनिस्ट पार्टी के महासचिव और देश के राष्ट्रपति बने, तब सोवियत संघ अमेरिका का प्रतिद्वंद्वी था लेकिन गोर्बाचेव ने सोवियत संघ का नेता बनने के बाद खुलापन लाने और पुनर्रचना की योजनाएं शुरू की थीं. इससे कम्युनिस्ट पार्टी के कुछ नेताओं ने 1991 में उनका तख्ता पलटने की कोशिश की थी. उन नेताओं का आरोप था कि गोर्बाचेव पश्चिमी देशों की तरफ झुक गए हैं. गोर्बाचेव पर अमेरिका का एजेंट होने के आरोप भी लगे थे. 

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5- Tata Sons AGM: फिर से न हो साइरस मिस्त्री जैसा विवाद, टाटा समूह में हुआ ये अहम बदलाव 

टाटा समूह (Tata Group) ने आने वाले समय में साइरस मिस्त्री (Cyrus Mistry) जैसे विवाद की स्थिति को दूर करने के लिए एक अहम बदलाव किया है. इस संबंध में टाटा संस के शेयरहोल्डर्स की सालाना आम बैठक (Tata SOns AGM) में आर्टिकल ऑफ एसोसिएशन समेत कुछ संशोधनों को मंजूरी दे दी गई. इस मंजूरी के बाद अब टाटा संस और टाटा ट्रस्ट्स (Tata Trusts) के चेयरमैन के पद अलग हो गए हैं. अब इन दोनों पदों पर किसी एक ही व्यक्ति की नियुक्ति नहीं हो पाएगी. 

 

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