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हाथरस कांड में क्या है अपडेट्स, क्यों बढ़ रही है महंगाई, सुनें 'आज का दिन'

हाथरस गैंगरेप केस में पीड़िता के परिजनों ने ना सिर्फ़ ये कहा कि अंतिम संस्कार उनकी सहमति के बिना रात को कर दिया गया, बल्कि आगे की जाँच में ख़ुद को फँसाए जाने की आशंका भी ज़ाहिर की.

हाथरस के गुनाहगारों को सजा दिलाने के लिए प्रदर्शन जारी (फोटो-PTI) हाथरस के गुनाहगारों को सजा दिलाने के लिए प्रदर्शन जारी (फोटो-PTI)
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 13 अक्टूबर 2020,
  • अपडेटेड 8:33 AM IST

हाथरस गैंगरेप केस में एक साथ कई अपडेट्स हैं. एक तो यही कि इलाहाबाद हाईकोर्ट की लखनऊ बेंच में सुनवाई हुई. पीड़िता के परिजनों ने ना सिर्फ़ ये कहा कि अंतिम संस्कार उनकी सहमति के बिना रात को कर दिया गया, बल्कि आगे की जाँच में ख़ुद को फँसाए जाने की आशंका भी ज़ाहिर की. इसके अलावा उन्हें अपनी सुरक्षा की भी चिंता है. अब दो नवंबर को आरोपों पर बहस होगी. साथ ही 15 अक्टूबर को सुप्रीम कोर्ट में भी केस की सुनवाई होनी है. आपको याद होगा कि अदालत ने कुछ सवालों के जवाब यूपी सरकार से मांगे थे जिन्हें सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने आठ अक्टूबर तक देने की बात कही थी, आज तेरह है, जवाब दाखिल नहीं हुए. बहरहाल, अब मामले की जांच सीबीआई शुरू कर चुकी है. वहीं यूपी पुलिस भी कुछ पहलुओं को इनवेस्टीगेट कर रही है. हमारे वरिष्ठ सहयोगी प्रभाष के दत्ता ने इस मामले से अब तक जुड़ी सारी जानकारियां दी हैं.  

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कल महंगाई को लेकर सितंबर का आंकड़ा आ गया है. इससे एक अंदाज़ा लगता है कि बाज़ार का हाल कैसा है और वो ऐसा है कि बीते महीने Retail Inflation यानि खुदरा महंगाई बढ़कर 7.34 परसेंट पर पहुंच गई थी. आपकी आसानी के लिए बता दें कि आठ महीनों में ये सबसे ऊंचा स्तर है. वहीं खाने के सामान की महँगाई सितंबर में बढ़ गई है. सब्ज़ियों की खुदरा महंगाई 20 फ़ीसदी को पार कर गई जो अगस्त में 12 थी. अब लाख टके का सवाल ये है कि महंगाई के बढ़ने की वजह क्या है और कब तक ऐसा चलेगा. इसे समझने के लिए हमने बात की आर्थिक मामलों को क़ायदे से समझने-समझाने वाले इंडिया टुडे हिंदी पत्रिका के एसोसिएट एडिटर शुभम शंखधार से.

वैसे कल सरकार ने अर्थव्यवस्था का पहिया ज़रा ज़ोर से घुमाने के लिए कुछ अहम एलान किए हैं. एक तो केंद्रीय कर्मचारियों के लिए है और दूसरा राज्य सरकारों को ब्याज मुक्त क़र्ज़ की घोषणा है जिसे पचास साल बाद वापस करना है. इन दोनों बातों को समझने और इनके असर को जानने के लिए हमारा पॉड ख़ास ज़रूर सुनें. इंडिया टुडे के संपादक अंशुमान तिवारी ने बारीकी से सब समझाया है. बस इतना कीजिएगा कि पॉड ख़ास सेग्मेंट में जाकर झांक लीजिएगा. वहाँ लिखा होगा- इकोनॉमी की सुस्ती दूर करने के लिए उठाए गए कदम कितने असरदार?  

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सैन्य ताक़त में चीन अमेरिका की बराबरी करने लगा है तो अब अमेरिका भी चाहता है कि वो अपने एशियाई कंपटीटर से दो कदम आगे रहे. ऐसे में यूएस नेवी ने बैटल फोर्स 2045 का ऐलान किया. कोशिश है कि जिन मोर्चों पर चीन ने बढ़त बना ली है वहाँ उसे पछाड़ा जाए. अमेरिकी सेना बाक़ी तो जो कर रही है वो कर रही है लेकिन इसमें सबसे दिलचस्प है एक ऐसे रॉकेट को बनाने की प्लानिंग जो दुनिया के किसी भी हिस्से में साठ मिनट के अंदर पहुँच सकता है.. तो इस रॉकेट के बारे में जानकारी लेने के साथ अमेरिकी प्लान के बारे में भी सुनते हैं  रिटायर्ड कर्नल विनायक भट्ट से.

और ये भी जानिए कि 13  अक्टूबर की तारीख इतिहास के लिहाज़ से अहम क्यों है.. क्या घटनाएं इस दिन घटी थीं. अख़बारों का हाल भी पांच मिनटों में सुनिए और खुद को अप टू डेट कीजिए. इतना कुछ महज़ आधे घंटे के न्यूज़ पॉडकास्ट 'आज का दिन' में नितिन ठाकुर के साथ. 

'आज का दिन' सुनने के लिए यहां क्लिक करें

 

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